संग्रहीत पत्र
शनिवार, 3 जून 2023

प्रिय श्रीमती यीशु मसीह,

क्या यह बहुत ही अद्भुत नहीं लगता है? मेमना और उसकी दुल्हन हमेशा के लिए परमेश्वर की सारी सिद्धता में स्थिर हो गए है। हम भला किस तरह से इसका वर्णन कर सकते हैं? हम इसके बारे में सोचते हैं। हम इसके विषय में स्वप्न देखते हैं। हम पढ़ते हैं कि वचन इसके विषय में क्या कहता है। हम उसे हमारे साथ अपनी पवित्रता को साझा करते हुए देखते हैं। उसमें, हम परमेश्वर की वही धार्मिकता बन गए हैं।

क्या ही हमें आनंद मिलता है जब हम बटन को दबाकर चलाते हैं, और परमेश्वर स्वयं अपने शक्तिशाली दूत के जरिये से हमसे बात करता हैं और हमें इन बातों को बताता हैं।

इस जीवन में कुछ भी ऐसा नहीं है, जितना हमें संतुष्ट ये कर सकता है, इसके जितनी भलाई और अच्छाई कर सकता हो, लेकिन आप मसीह में सारी पूर्णता के निष्कर्ष को पाएंगे। उसके सामने सब कुछ महत्वहीन हो जाता है।

वह हमें बताता है कि हमारे पास एक नया नाम होगा, जो उसका नाम होगा। उसका नाम हमें दिया जाएगा जब वह हमें अपने पास ले लेगा। यह हमारी कल्पना से कहीं अधिक अद्भुत होगा। दूल्हा जहां कहीं भी जाएगा हम वहां जाएंगे। हम उसके द्वारा कभी नहीं छोड़े जाएंगे। हम उसका साथ कभी नहीं छोड़ेंगे। हम उसके साथ उसके सिंहासन को साझा करेंगे। हमें उसकी महिमा और आदर का मुकुट पहनाया जाएगा।

और जब वह अपने आप को संसार के सामने साबित करता है, और सारा संसार उसके चरणों में झुकता है, उस समय पर सारा संसार संतों के चरणों में झुकेगा, यह साबित करते हुए कि उन्होंने ठीक उसके साथ उनके निश्चित निर्णय लिया था । परमेश्वर हमेशा ही धन्य हो!

वो दिव्य विधि के द्वारा हमें पहले ही जानता था कि हम उसकी दुल्हन होंगे। उसने हमें चुना; हमने उसे नहीं चुना। उसने हमें बुलाया; हम अपने आप से नहीं आए। वह हमारे लिए मर गया। उसने हमें अपने खुद के लहू से धोया। उसने हमारे लिए दाम को चुकाया। हम उसके हैं, और केवल उसी के हैं। हम पूरी तरह से उसके प्रति समर्पित हैं और वह इस दायित्व को स्वीकार करता है। वो हमारा सिर है। वह अपने दूत के जरिये से हम से बातें करता है, और हम उसकी आज्ञा में रहते हैं, क्योंकि हमारा आनन्द इसी में है।

आरंभ से लेकर अंत तक, टेप पर के संदेश हमारे लिए पूरा परमेश्वर है। वो जीवन हम में होने दो। यह उसका लहू होने दो जो हमें शुद्ध करता है। यह उसकी आत्मा होने दो जो हमें भर देती है। ये हमारे ह्रदय और मुंह में उसका वचन होने दें। यह उसके कोढ़े होने दो जो हमें चंगा करते हैं। ये यीशु, और केवल यीशु ही होने दो। ना ही धार्मिक कामों के द्वारा, जो हम ने किए हैं। मसीह मेरा जीवन है। यह संदेश हमारा जीवन है, क्योंकि यही मसीह है।

ओह, दुनिया में बहुत सारी आवाजें हैं - इतनी सारी समस्याएं और जरूरतें है जो ध्यान खींचने के लिए पुकार रही हैं; लेकिन वहां पर एक भी आवाज़ इतनी महत्वपूर्ण नहीं होगी और आत्मा की आवाज़ के रूप में ध्यान देने योग्य कोई आवाज नहीं होगी। इसलिए, “जिसके पास सुनने के कान हों, वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है।”

इस दिन के लिए परमेश्वर के पास एक आवाज है। इसे आग के स्तंभ के द्वारा परमेश्वर की आवाज होने की पुष्टि की गई है। आज के लिए टेप पर उस आवाज के रूप में कभी कोई भी आवाज नहीं होगी जो इतनी महत्वपूर्ण और ध्यान देने योग्य हो।

आकर रविवार दोपहर 12:00 बजे जेफरसनविले के समय के अनुसार हमारे साथ जुड़े। हमारे पास यहाँ पूरा मधु से भरा थैला है। हम इसे चट्टान पर लगायेंगे, किसी कलीसिया पर नहीं; चट्टान पर, मसीह यीशु। और आप भेड़ें चाटने को आ जाए। आप निश्चित रूप से तुरंत ही चंगे हो जाएंगे। चट्टान को चाटने से पाप की सारी परेशानियाँ दूर हो जाएंगी। आपको बस इतना ही करना है, आओ परमेश्वर की आवाज़ को सुनें जो हम सब के बारे में बताती है: फिलेदिलफिया कलीसिया युग 60-1210

भाई जोसफ ब्रंहम

 

 


शनिवार, 27 मई 2023

प्रिय योग्य, धर्मी जनों,

उकाबो, क्या आप इस रविवार को यीशु की मधुर आवाज सुनने के लिए इकट्ठा होने को तैयार हैं जो आपसे बात करती है और कहती है:

“तुम योग्य हो।” “तुम मेरे हो।” “तुम धर्मी हो।” “तुम मेरे साथ श्वेत वस्त्र पहनकर चलोगे।” “तुम्हारे नाम स्वर्ग में लिखे गए हैं।”

ये मेरे शब्द नहीं हैं, लेकिन ये वही शब्द है जो स्वर्ग में हमारे पिता के हैं, जो आपसे बात कर रहा हैं, उसकी चुनी हुई दुल्हन से। पवित्र आत्मा एक बार फिर से आकर और मनुष्य की देह में रहा, इसलिए वह अपनी चुनी हुई महिला से इन अद्भुत शब्दों को सीधे-सीधे बोल सकता है।

उन लोगो को मुझसे सुनना बहुत अच्छा लगता है, या कोई भी यह कहेगा “यीशु ने कहा” है, लेकिन उसकी चुनी हुई आवाज के जरिये से उसे बोलते हुए सुनना; वो एक जो आपको व्यक्तिगत रूप से हमेशा बताता है…बस इससे बढ़कर कुछ भी नहीं है।

परमेश्वर उसके वचन को दुनिया में लाने के लिए बहुत सी आवाजों का उपयोग करता है। उसने उन्हें चुना है और उन्हें स्थान में रखा है ताकि दुनिया और उसकी दुल्हन के लिए एक आशीष बने।

जब यीशु मनुष्य देह में यहाँ धरती पर था, उसके पास चुने हुए मनुष्य भी थे, उसके प्रेरित, कि वे उसका अनुसरण करें और उसके लिए वही बोलें जिसे उन्होंने प्रधानता पाए हुए से देखा और सुना था। ये वे लोग थे जिन्हें उसने सुसमाचार को फैलाने के लिए बाहर भेजा था, वो खुश खबरी कि मसीहा आया था; वह उनके साथ धरती पर था। उसने उन्हें दो-दो करके भेजा ताकि इस महान समाचार की घोषणा करने के लिए ताकि सभी मनुष्यों को उसके अपने पास लेकर आये।

जब एक रात उसने उन्हें इकट्ठा किया, तो उसने उनसे पूछा, “वे क्या कहते हैं कि मैं कौन हूँ?” उन्होंने उत्तर दिया, “कुछ लोग कहते हैं कि तुम एलिय्याह हो; कुछ कहते हैं कि तू यूहन्ना बपतिस्मा देने वाला है।” लेकिन उसने कहा, “लेकिन तुम क्या कहते हो कि मैं कौन हूँ?” तब पतरस ने उन महान शब्दों को कहा, “तू जीवते परमेश्वर का पुत्र मसीह है।” यीशु ने उसे उत्तर दिया और कहा, “पतरस, मांस और लहू ने यह बात तुझ पर प्रगट नहीं की, लेकिन मेरे स्वर्गीय पिता ने तुझ पर इसे प्रगट किया है, और इस चट्टान (प्रकाशन) पर मैं अपनी कलीसिया को बनाऊंगा।”

संसार इस महान रहस्य पर लगभग पूरी तरह लडखड़ा चुका है। कुछ लोगों का विश्वास है कि उसका मतलब पतरस से था। कुछ लोगो का विश्वास है कि यह एक चट्टान थी जो वहां पड़ी हुई थी। कुछ लोगो का विश्वास है कि यह यीशु था। लेकिन प्रकाशन के द्वारा, हमें पवित्र आत्मा के द्वारा दिया गया, हम जानते हैं कि ये उसका प्रकाशन था कि वो क्या था।

यीशु की मृत्यु, गाड़े जाने और पुनरूत्थान के बाद, पेंटीकोस्ट के दिन, उन्हें संसार को यह महान समाचार सुनाने के लिए भेजा गया था। पतरस को एक बार फिर से बोलने वाले प्रवक्ता के रूप में चुना गया और उसने लोगों के सामने जाकर और घोषणा की कि उसके पवित्र आत्मा को कैसे पाना है। उसने कहा, अवश्य ही कि तुम्हें पश्चाताप करना है और प्रभु यीशु मसीह के नाम में बपतिस्मा लेना है।

पवित्र आत्मा ने पतरस पर क्या ही कार्य स्थान को रखा था। हम केवल यह कल्पना कर सकते हैं कि लोगो ने उसकी ओर किस तरह से देखा। वह यीशु के साथ चला जब वह यहाँ धरती पर देह में था। वो उसका मित्र था। वह हर दिन उसके पास ही था। वो एक जिसे उसने प्रकाशन देने के लिए चुना था। लेकिन परमेश्वर ने किसी और को अपना भविष्यद्वक्ता होने के लिए चुना था: पौलुस।

जब पतरस पौलुस के पास अन्ताकिया में आया, तो वह अन्यजातियों के साथ खा रहा था और पी रहा था। लेकिन जब याकूब के लोगो का एक झुण्ड वहां पर आया, तो वह पीछे हट गया और डर गया। पौलुस ने लोगों के सामने उसे खुले आम डाँटा और कहा कि वह सत्य के अनुसार सीधा नहीं चलता और दोष उसी का है। भाई ब्रंहम ने कहा कि पतरस यहूदी मसीहो के द्वारा असंतुलित था।

यह हमें आज के लिए क्या बताता है? इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि ये कौन है। उनके पास कितना पवित्र आत्मा है। उनके पास कितना अधिकार या पुकार है। आपको अपने परम सत्य के लिए परमेश्वर के चुने हुए भविष्यव्यक्ता के साथ अवश्य ही बने रहना है। क्योंकि वो, और वो अकेला ही, परमेश्वर के वचन का दिव्य अनुवादक है।

यह पतरस या परमेश्वर के चुने हुए चेलो में से किसी के विरुद्ध नहीं है, तब या अभी। उन्हें सुसमाचार फैलाने के लिए चुना गया है, लेकिन परमेश्वर ने अपनी कलीसिया के ऊपर एक मनुष्य को चुना था। केवल वही यहोवा यों कहता है के साथ परमेश्वर का चुना गया भविष्यद्वक्ता था, ना की वे। उनका अपना स्थान है, लेकिन उसके पास अपनी दुल्हन के लिए अंतिम वचन के साथ, अपनी कलीसिया को व्यवस्थित करने के लिए एक भविष्यव्यक्ता है।

यह हमें दिखाता है कि हमें अपने दिन के लिए परमेश्वर की प्रमाणित आवाज़ को सुनने के लिए अवश्य ही कितना सावधान रहना होगा। वो एक जिसे उसने अपने वचन का दिव्य अनुवादक होने के लिए चुना। उसके दूत के द्वारा उसकी आवाज़ को सुनने से बढ़कर कुछ भी नहीं है; आवाज उसके चुने हुए की , ना की हमारी।

हम सभी युगों में से होते हुए देखते हैं कि कैसे परमेश्वर के पास लोगों का एक चुना हुआ झुण्ड है जो उसके वचन और उसके चुने हुए सन्देशवाहक के साथ बने रहता है। वह आवाज हमारे लिए प्रतिदिन घोषणा कर रही है कि हम कौन हैं, उनमें से एक।

वह अपने कलीसिया में सुधारकों को भेजता है, लेकिन इस दिन पर, उसने अपने लौटाने वाले को भेजा; “मैं वापस लौटाऊंगा यहोवा यों कहता है, और बच्चो के ह्रदय को फेरूंगा, क्योंकि मेरी आवाज़ के दिनों में मुझे तुम्हे बहुत सी बातें बतानी हैं।”

आपको हमारे साथ उस आवाज को सुनने के लिए आमंत्रित किया जाता है, रविवार दोपहर 12:00 बजे, जेफरसनविले समयनुसार, जब वह हमसे बात करता है और इस दौरान हमें सच्ची और झूठी कलीसिया को दिखाता है: सरदीस कलीसिया युग 60-1209

भाई जोसफ ब्रंहम

 

 


शनिवार, 20 मई 2023

प्रिय उसके मुकुट में के तारों,

आनंद करो दुल्हन। हम उसके साथ एक हो रहे हैं। प्रतिदिन, वह हमें उसका और हमारा, और अधिक प्रकाशन दे रहा है। हम उस जिलाने वाली सामर्थ के बारे में अधिक जागरूक हो रहे हैं जो हमारे अंदर जीवित है और वास कर रही है।

हम यहाँ तक इसे समझाना भी आरंभ नहीं कर सकते कि हम कैसा महसूस करते हैं। हम उसकी आत्मा के साथ भर उठे हैं। ये हमारा हर एक विचार है। हमारे लिए और कुछ मायने नहीं रखता। हम देखते हैं कि उसका वचन हम में वचन बन रहा है। यह हमारे प्राण को खिलाता है। हम प्रतिदिन उसकी आराधना करने, उसकी स्तुति करने के लिए जीते है और उसे धन्यवाद देते है कि हम उसकी आवाज को हमसे बात करते हुए सुन सकते हैं।

जब हम हमारी कलीसिया युग की किताब को पढ़ते हैं, हम शायद से इसे नीचे भी नहीं रख सकते हैं; हमारे ह्दय विस्फोट हो रहे हैं। यह प्रत्येक दिन और अधिक प्रकाशन को लाता है। हम कूदना चाहते हैं और जयजयकार करना चाहते हैं, कमरे में इधर-उधर दौड़ना और चिल्लाना चाहते हैं: “महिमा, हाल्लेलुय्या, प्रभु की स्तुति हो।“ “क्या आपने इसे पढ़ा?” “मैंने इसे अपने चिन्हांकित किये पर चिन्हांकित किया है, लेकिन मैंने कभी भी, इसे पहले कभी भी इस तरह से नहीं पढ़ा है।” वह उत्पत्ति से लेकर प्रकाशितवाक्य तक की पूरी बाइबल को हम पर प्रकट कर रहा है, और मैं अपने आप को उसके वचन में देखता हूँ।

हम उस सच्ची दुल्हन को देखते हैं जो युगों-युगों तक वचन के साथ बनी रही और शैतान के बड़े धोखे से भरमायी नहीं गयी। वो चाहता था कि परमेश्वर के जैसे आराधना हो। लेकिन हर एक समय वहाँ वो सच्ची दुल्हन थी, जो उसके वचन के प्रति विश्वासयोग्य बनी रही। वह छोटा सा चुना हुआ झुण्ड जो उसके सन्देशवाहक के साथ बना रहा। ठीक हमारी तरह ही, वे भी समझौता नहीं कर सकते थे और न ही करेंगे। वे जानते थे कि सुनिश्चित होने का केवल एक ही मार्ग था: उनके प्रदान किए गए मार्ग के साथ, उसके वचन के साथ, उसके दूत के साथ बने रहें।

शैतान हर समय से भरमाता आ रहा है। उसने अलग-अलग कलीसिया युगों में से होते हुए अपने तरीके से काम किया है जब तक कि उसने अपने लक्ष्यों को हासिल नहीं कर लिया। वो अब उस एक सिद्ध के इतने नजदीक हो गया है कि यदि संभव हो तो वह बिल्कुल चुने हुए लोगों को भरमा सकता है…लेकिन परमेश्वर की स्तुति हो, यह संभव नहीं है, हम भरमाये नहीं गये हैं। क्यों? हम परमेश्वर की आवाज के साथ बने रहे, उसका वचन देहधारी हुआ है।

इसके आसपास और कोई मार्ग नहीं है। परमेश्वर की आवाज आज के लिए उसका प्रदान किया गया मार्ग है। हम अंत तक उसके कामों को विश्वासयोग्य बनकर करते आये हैं। हमें राष्ट्रों के ऊपर सामर्थ दी गई है, और हम मजबूत है, सक्षम है, ना झुकने वाले शासक हैं जो किसी भी परिस्थिति का बहुत ही शक्ति से सामना कर सकते हैं। यहां तक कि हमारा सबसे हताश शत्रु भी टूट गया है। उसकी सामर्थ के द्वारा हमारे शासन का प्रमाण, उसी पुत्र के जैसा ही है।

ओह, हम किस तरह से इच्छा को रखते हैं कि हम इसे शब्दों में व्यक्त कर सकें कि हम कैसा महसूस करते हैं। एक दिन हम करेंगे मित्रो। हम हमारे प्रभु के साथ, उसके दूत के साथ, और एक दूसरे के साथ अनंत काल व्यतीत करेंगे।

मेम्फिस स्थान में उस बूढी अश्वेत महिला के जैसे, जब हमने उसे सुना हम ये जान गये कि यह वही है। क्यों? ओह, हम उनमें से एक हैं।

क्या आप चाहेंगे कि पवित्र आत्मा आपसे बात करे और आपको बताए कि आप कौन हैं? आइये हमारे साथ प्रभु की उपस्थिति का अनुभव करें इस रविवार दोपहर 12:00 बजे जेफरसनविले समयनुसार, जैसा कि हम सुनते हैं: थूआतीरा कलीसिया युग 60-1208 । यह आपके जीवन को बदल देगा।

भाई जोसफ ब्रंहम

 

 


शनिवार, 13 मई 2023

प्रिय भविष्यव्यक्ता के बच्चों,

हम प्रकट वचन हैं, आत्मा के द्वारा ऊर्जा प्रदान किये हुए, परमेश्वर की आवाज को सुन रहे है, जैसा कि वो हमारा दावा करता है, हम उसकी दुल्हन हैं।

पिता ने अपनी कलीसिया को आत्मा के नौ दानो को और पांच प्रकार की सेवकाई को दिया है, लेकिन यीशु ने कहा: हर एक युग में मैं केवल एक ही व्यक्ति को संबोधित करूंगा। हर के युग के लिए केवल एक ही संदेशवाहक इस चीज को प्राप्त करेगा जो मुझे उस युग से कहना है। वो एक संदेशवाहक सच्ची कलीसिया का संदेशवाहक है।

वो प्रकाशन के द्वारा परमेश्वर की ओर से बोलता है। उसके बाद संदेश सभी के लिए प्रसारित किया जाता है, लेकिन केवल एक विशेष योग्य झुण्ड के द्वारा एक विशेष तरीके से ग्रहण किया जाता है। उस झुण्ड का प्रत्येक व्यक्ति वो है जो इसे सुनने की क्षमता रखता है कि आत्मा संदेशवाहक के जरिये से क्या कह रहा है । वे जो सुन रहे है उन्हें उनका खुद का निज प्रकाशन नहीं मिल रहा है, न ही एक झुण्ड को उनका एकत्र किया हुआ प्रकाशन मिल रहा है, लेकिन हर एक व्यक्ति उस बात को सुन रहा है और ग्रहण कर रहा है जो संदेशवाहक ने पहले ही परमेश्वर की ओर से पाया है।

एक आवाज को सुनने के लिए हमें कितना सावधान रहना चाहिए, क्योंकि आत्मा के पास केवल एक ही आवाज है जो परमेश्वर की आवाज है।

परमेश्वर की एक ही आवाज है और इसे नौ के जैसे साबित करने की आवश्यकता नहीं है, न ही पांच के जैसे छानने की आवश्यकता नहीं है; केवल एक ही शुद्ध वचन की आवाज!!

क्या हम दुसरे सेवको को सुन सकते हैं? हां, लेकिन मुख्य बात केवल वही कहना है जो भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा गया था। दूसरे कर सकते हैं, और करना चाहिए, प्रोत्सहित करना चाहिए, शिक्षा देना चाहिए और प्रचार करना चाहिए; लेकिन परमेश्वर ने हमारे लिए आज एक ऐसे जरिये को बनाया है ऐसे दिन को पहले नहीं बनाया गया। हम बिल्कुल वही सुन सकते हैं जो परमेश्वर कलीसिया से कह रहा है।

उसने हमें बताया कि हमें बहुत ही सावधान रहना होगा। उसने हमें बताया, ना ही मुझे, कि वे यहां जोड़ते हैं, या वहां उसमें से निकालते हैं, और तुरंत ही संदेश शुद्ध नहीं रह जाता है। जब टेपों को सुनते है, यह वचन के लिए वचन होता है, यहोवा यों कहता हैं।

आत्मा का इसमें वास करने का प्रमाण इसे स्वीकार करना था और उसका पालन करना था जिसे परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता अपने युग के लिए देता है जब वो कलीसिया को व्यवस्था में रखता है।

इसलिए हम अनुसरण करते हैं, और कहते हैं, हमारा पास्टर सातवाँ दूत सन्देशवाहक है और हम केवल वही सुनना चाहते हैं जो वह कहना चाहता है। हमारे लिए, यह छिपा हुआ मन्ना है।

हमारे दूत सन्देशवाहक के ऊपर प्रकाशन को उंडेला गया था। हमारे युग के लिए उसे वचन के प्रकाशन को दिया गया और उसे संबोधित किया गया था। उसके पास इसका कुछ बड़ा प्रकाशन है कि मसीह क्या है; सभी दुसरे लोगो की तुलना में थोड़ी ऊंची बुलावट है। यदि हम अपने पास्टर से ऊंचे स्तर पर नहीं जी सकते हैं, तब हम विलियम मेरियन ब्रंहम को अपने पास्टर के रूप में चाहते हैं।

हम जानते हैं कि दूसरे वो नहीं देखेंगे जो हम देखते हैं, और उन बातों पर विश्वास नहीं करते हैं जिन पर हम विश्वास करते हैं, लेकिन वे अभी भी हमारे भाई और बहन हैं, और हम उनके साथ अनंतता को व्यतीत करेंगे। लेकिन हमें उस पर अवश्य ही सच्चा बना रहना है जिसे हम विश्वास करते हैं कि जिस तरह से परमेश्वर ने हमें उसकी आराधना करने और उसका अनुसरण करने के लिए दिखाया है।

दूसरों के लिए यह कहना बहुत ही आसान है कि हम संदेशवाहक को बहुत अधिक महत्व देते हैं, लेकिन सच्चाई ये है, हम केवल उसका हवाला दे रहे हैं। आपको अवश्य ही इसे प्रभु के सामने उठाना है। क्योंकि यह परमेश्वर की आवाज़ है जो इन बातों को बोल रही है।

आइए हम अपने ह्रदय और मन को खोलें और पढ़ें कि आत्मा ने उसके दूत के जरिये से हमसे क्या कहा:

जल्द ही दुनिया में आ रहा है, उजियाले का वो महान दूत जो हमारे पास आएगा, जो हमें बाहर की ओर ले जायेगा, एक महान पवित्र आत्मा, सामर्थ में आएगा, और हमें प्रभु यीशु मसीह की ओर अगुवाई करेगा। सभवत: है वो इसे नहीं जानता होगा, लेकिन वह इन दिनों में से किसी दिन यहां पर रहेगा। वह करवायेगा...परमेश्वर उसे ज्ञात करवाएगा। उसे अपने आप को ज्ञात करवाने की आवश्यकता नहीं होगी, परमेश्वर उसे प्रकट करेगा। परमेश्वर उसके अपनों को साबित करेगा। यही है जो उसने कहा जब यीशु यहां पर था और उन्होंने उसे नहीं पहचाना, देखो। उसने कहा, “यदि मैं अपने पिता के काम को नहीं करता हूं, तो मुझ पर विश्वास न करना; लेकिन यदि मैं अपने पिता के काम को करता हूं, और तुम मुझ पर विश्वास नहीं कर सकते, तो उन कामों पर विश्वास करो।“ क्या यह सही है?

क्या वह आज के दिन के लिए अपने आप को उजियाले का महान दूत नहीं बता रहा है? हम जानते हैं कि यह उनमें पवित्र आत्मा है, लेकिन उसने कहा: ये संभवत: है कि वो इसे नहीं जानता हो, लेकिन वो इन दिनों में से किसी दिन यहाँ पर होगा। क्या पवित्र आत्मा नहीं जानेगा कि वो कौन है? उसे स्वयं को ज्ञात करवाने की आवश्यकता नहीं होगी ; परमेश्वर उसे प्रकट करेगा।

तो वो कह रहा है, कि हमारे दिन का भविष्यव्यक्ता उजियाले का दूत है, जो हमें बाहर निकलेगा और पवित्र आत्मा के जरिये से उसके द्वारा यीशु मसीह के पास ले जायेगा। हमारे दिन के लिए प्रकाशन है।

कौन दुल्हन को प्रभु से परिचय करवाएगा? हमारा पास्टर।

लेकिन यह भविष्यद्वक्ता आएगा, और जैसा कि पहले आगमन में आगे-आगे जाने वाला वो अगुआ, पुकारने लगा, “देखो, परमेश्वर का मेम्ना, जो जगत के पाप को उठा ले जाता है,” वैसे ही वो भी निःसंदेह पुकारेगा, “देखो, परमेश्वर का मेम्ना, महिमा में आ रहा है।“ वो ऐसा करेगा , क्योंकि जैसे यूहन्ना भी चुने हुए लोगों के लिए सच्चाई का सन्देशवाहक था, वैसे ही वो एक चुनी हुई और वचन की जन्मी दुल्हन का अंतिम सन्देशवाहक है।

इन सच्चाइयों को जानते हुए, और इस दिन में उसके सम्पूर्ण प्रकाशन को पाकर, हम उसकी आत्मा से जन्मी, आत्मा से भरी हुई दुल्हन बन गए हैं।

आनंद करो दुल्हन, ये हम हैं!

जब आत्मा से जन्मा, आत्मा से भरा हुआ मनुष्य विश्वास में उस वचन को अपने हृदय में लेता है और उसे अपने होठों पर रखता है, इसलिए वो वैसे ही है जैसे दैविकता बोल रही है। हर एक पहाड़ को हटना है। शैतान उस मनुष्य के सामने खड़ा नहीं हो सकता।

अब दूल्हे और हम, जो उसकी दुल्हन है, उनके बीच सच्चा तालमेल या सामंजस्य बना रहता है। उसने हमें अपने जीवन के वचन को दिखाया है, और हमने इसे ग्रहण किया है। हमें इसमें कभी भी संदेह नहीं होगा। इसलिए, कोई भी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता, यहाँ तक कि मृत्यु भी नहीं।

आनंद करो दुल्हन, ये हम हैं!

वचन दुल्हन में है (जैसा कि मरियम में था)। दुल्हन के पास मसीह का मन है क्योंकि वह जानती है कि वो उस वचन के साथ क्या करना चाहता है। वह उसके नाम में वचन की आज्ञा को पूरा करती है क्योंकि उसके पास “यहोवा यों कहता है” है। उसके बाद वचन आत्मा के द्वारा जिलाया जाता है और यह घटित होता है। जैसे कि एक बीज जो बोया जाता है और उसे पानी दिया जाता है, यह अपने उद्देश्य को पूरा करते हुए, पूरी कटनी के लिए तैयार होता है।

हम पूरी कटनी के लिए तैयार हो चुके हैं और अब उसके उद्देश्य को पूरा कर रहे हैं। हम केवल उसकी इच्छा को पूरा कर सकते हैं। कोई हमसे और प्रकार से नहीं करवा सकता। हमारे पास “यहोवा यों कहता है,” वाला वचन होता है या तो हम शांत रहते हैं। हम जानते हैं कि यह हम में परमेश्वर है, जो कार्य कर रहा है, अपने स्वयं के वचन को पूरा कर रहा है।

हम आनंद करते हैं, क्योंकि भविष्यव्यक्ता ने हमें समय के पर्दे के उस पार देखा जब हम सभी ने अपनी आवाज़ को ऊँचा उठाया और एक स्वर में चिल्ला उठे, “हम उस पर विश्राम कर रहे हैं!”

आकर हमारे साथ रविवार दोपहर 12:00 बजे, जेफरसनविले समय पर इकट्ठा हों, जैसा कि हम परमेश्वर की आवाज को सुनते हैं, जो हमारे लिए इस रहस्य को लाती हैं: पिरगमुन कलीसिया युग 60-1207

भाई जोसफ ब्रंहम

 

 


 

सन्देश को सुनने की तैयारी में पढने के लिए वचन

गिनती 23:8-9
प्रकाशितवाक्य 2:12-17, 17:1-5, 17:15

 


शनिवार, 6 मई 2023

प्रिय सच्चे विश्वासियों,

हम इस्राएल की संतान के समान हैं जो मिस्र से बाहर आए और प्रतिज्ञा किए हुए देश से कुछ ही दूर रुक गए। हम सब ने एक साथ यात्रा की है। हम सभी ने परमेश्वर के उन्ही अद्भुत कार्यो को देखा हैं; सबने एक ही मन्ना और प्रहार की गयी चट्टान के जल के भागीदार हुए है। हम सभी ने दावा किया है कि हम अग्नि के स्तंभ के पीछे-पीछे चले हैं। लेकिन उस समय केवल दो ही प्रतिज्ञा किये हुए देश तक पहुँचे। क्यों? केवल दो ही सच्चे या वास्तविक विश्वासी थे। उस समय और अभी के बीच में क्या फर्क था? सच्चे विश्वासी वचन के साथ बने रहे।

केवल एक बहुत ही विशेष लोगों का झुण्ड है जो सुन सकता है कि आत्मा क्या कहता है। एक विशेष झुण्ड जो सच्चे प्रकाशन को ग्रहण करता है। वो झुण्ड o परमेश्वर का है । वे सुनते हैं कि आत्मा क्या कह रहा है और उन्होंने इसे ग्रहण किया है।

हम वो विशेष झुण्ड हैं जिनके पास परमेश्वर का आत्मा है। हम ही वो लोग हैं जो परमेश्वर से जन्मे हैं। हम ही वे हैं जिन्होंने प्रभु यीशु मसीह के देह के अंदर उसकी आत्मा के द्वारा बपतिस्मा लिया है।

आत्मा जो कहता है उसे सुनना ही सच्चा प्रमाण है। आत्मा बोल रहा है। आत्मा सिखा रहा है। बिल्कुल इसी बात को यीशु ने कहा कि जब वह आएगा तो ऐसा करेगा। यूहन्ना 14:26, “वह तुम्हें सब बातों को सिखाएगा, और जो कुछ मैंने तुम से कहा है, वह सब तुम्हें याद दिलाएगा।“

यीशु ने हमसे प्रतिज्ञा की कि वह हम में से प्रत्येक के अंदर वास करेगा। वह व्यक्तिगत रूप से हमारा नेतृत्व, मार्गदर्शन और निर्देशन करेगा। लेकिन आज से 72 वर्ष पहले, परमेश्वर ने अपने सामर्थी दूत के द्वारा बात की और संसार के लिए घोषणा की, “मैं तुम्हारे लिए परमेश्वर की आवाज़ हूं”। उसने प्रत्येक जीवित प्राणी से कहा “मैं, पवित्र आत्मा, जिसकी एक आवाज है जिसका उपयोग मैं तुम लोगो से बात करने और अपने सभी रहस्यों को प्रकट करने के लिए करूंगा”। उसके पास उसकी रिकॉर्ड की हुई आवाज का कभी भी अवसर नहीं था जिससे कि हम उसकी आवाज को बात करते हुए सुन सके, सीधे हमसे होठो से कान में बोल सके।

टेपों पर उसकी आवाज को सुनते हुए आपको सोचने, आशा करने, या यहां तक कि प्रार्थना भी नहीं करना है जो आप सुन रहे हैं वह सत्य है। सभी को केवल जो करना है वो है बटन को दबाकर चलाना, और वे परमेश्वर की आवाज़ को सुन सकते हैं जो उनके लिए “यहोवा यों कहता है” को घोषित करती है।

क्या आपको चंगाई की आवश्यकता है: बटन को दबाकर चलाये। विवाह करना चाहते है: बटन को दबाकर चलाये। दफनाना चाहते है: बटन को दबाकर चलाये। आपके ह्रदय में एक सवाल है: बटन को दबाकर चलाये। आपके पास कोई ऐसी चीज है जिसमें से होकर आप गुज़र रहे हैं और आपको परामर्श लेने की आवश्यकता है: बटन को दबाकर चलाये। आप एक महत्वपूर्ण निर्णय को लेना चाहते है: बटन को दबाकर चलाये। नहीं जानते कि अपने जीवन के साथ क्या करना है: बटन को दबाकर चलाये और परमेश्वर की आवाज को सुने, उस पवित्र आत्मा को, जो आपसे सीधे होठो से कानो में बोलती है।

पवित्र आत्मा आज का भविष्यव्यक्ता है। उसने संसार को बताया, यह वो आवाज है जिसे मैंने तुम्हारे लिए अपनी आवाज होने के लिए पहले से ठहराया है। मैं दूसरों को अपनी पवित्र आत्मा से भर दूंगा, और मैंने उन्हें तुम्हारी सहायता करने के लिए भेजा है, लेकिन मेरे पास केवल एक आवाज है जिसे मैं अपनी आवाज होने के लिए घोषित करता हूं। मैंने यहाँ तक उसके साथ अपनी तस्वीर भी ली है ताकि दुनिया को यह साबित करूं, उसकी सुनो।

कृपया करके मुझे गलत मत समझना। हाँ, वहां परमेश्वर के अभिषिक्त पवित्र आत्मा से भरे हुए लोग हैं जिन्हें उसने अपने बच्चों की सहायता करने के लिए बुलाया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि मैं उनमें से एक हूं। वे भी आपको परामर्श दे सकते हैं, आश्वासन दे सकते हैं और जीवन की यात्रा में आपका मार्गदर्शन कर सकते हैं। परमेश्वर ने उन्हें यहां एक उद्धेश्य के लिए रखा है। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण परामर्श, आश्वासन और मार्गदर्शन जो आपको मिल सकते हैं वो है बटन को दबाकर चलाने के द्वारा आपसे बात करने वाली परमेश्वर की आवाज है। जो कुछ भी मैं आपको बताता हूँ, या कोई भी दूसरा व्यक्ति, ये अवश्य ही पहले टेपो पर परमेश्वर की आवाज़ से आना चाहिए।

आपके जीवन में इससे अधिक महत्वपूर्ण कुछ नहीं है कि आप परमेश्वर की आवाज़ को आपसे बात करते हुए सुनें। अपने आप से पूछें, क्या इस संसार में कुछ भी इससे बढ़कर है जो मैं कर सकता हूँ, या मैं परमेश्वर की प्रमाणित आवाज को सुन रहा हूं क्या इससे बढ़कर मेरे जीवन में कुछ महत्वपूर्ण है? मैं भाई जोसफ को सुन रहा हूँ, नहीं। मैं किसी और को सुन रहा हूँ, नहीं। उस आवाज से बढ़कर कुछ भी नहीं है।

यदि किसी के जीवन में कोई प्रकाशन है और पवित्र आत्मा है तो उन्हें कहना है आमीन। बटन को दबाकर चलाने से बढ़कर इस संसार में कुछ भी नहीं है।

इस अंत समय में हमें अवश्य ही उस वचन के साथ बने रहने के लिए कितना सावधान रहना चाहिए। पोप के शब्दों को कहता हूं, जो स्वयं को परमेश्वर का प्रतिनिधि होने का दावा करता है, जो कुछ बोला गया है उसके एक बिंदु या मात्रा को बदलने तक का दावा करता है। परमेश्वर की दृष्टि में, यह सब वचन-विरोधी, मसीह-विरोधी है।

हम शमूएल के दिनों के लोगों के जैसे नहीं बनना चाहते।

जब वे शमूएल के पास पहुंचे और राजा की मांग की। शमूएल इतना निराश था कि उसका हृदय लगभग हार सा गया था। परमेश्वर अपने लोगों को इस समर्पित, वचन के-प्रमाणित भविष्यव्यक्ता के जरिये से अगुवाई कर रहा था और उसने महसूस किया कि उसे अस्वीकार कर दिया गया था…

हम परमेश्वर के अद्भुत कार्यो, ज्ञान, व्यवस्था और सुरक्षा की सराहना करते हैं। हम इसमें विश्वास करते हैं। हम इसे पसंद करते हैं। और इसके अतिरिक्त हम बिना इसके नहीं रहना चाहते। यह बस इतना है कि हम चाहते हैं कि एक राजा हमें युद्ध में अगुवाही करे…

“…हम चाहते हैं एक ऐसा राजा जो हमारा नेतृत्व करने के लिए हम में से एक हो।“

और परमेश्वर ने शमूएल से कहा, देख, उन्होंने तुझे नहीं लेकिन मुझ को उन पर प्रभुता करने के लिए अस्वीकार किया है।

इसके विपरीत, हम महसूस करते हैं जैसे एलीशा, एलिय्याह से बात कर रहा था। एलिय्याह ने उसे साफ़-साफ़ कहा, (आज यह यही होगा जो उसने टेप पर कहा था) कि जब तक मैं ना जाऊं, तुम यहीं ठहरे रहना। एलीशा नहीं चाहता था, और ऐसा नहीं कर सकता था, उसके पास उसके दिन के लिए वचन का प्रकाशन था।

अब, हम उन्हें देखते हैं जब वे आगे यात्रा करते हैं, उस विद्यालय में आते हैं। और उसने कहा, “अब तुम यहीं ठहरे रहो। यहाँ पर रहो, और यही पर बस जाओ और धर्मशास्त्र के एक अच्छे शिक्षक बनो, और इत्यादि। और शायद हो सकता है तुम किसी दिन यहां के महाविद्यालय के अध्यक्ष बन जाओ। लेकिन मुझे थोड़ा और आगे की ओर जाना है।”

57 क्या आप कल्पना कर सकते हो कि परमेश्वर का एक जन किसी महाविद्यालय का अध्यक्ष बनकर संतुष्ट होगा, जब कि परमेश्वर की सामर्थ ठीक उसके पास ही रखी हुई थी जहां पर वह खड़ा था? जी नहीं, महाशय। उसने कहा, “जैसा कि प्रभु जीवता है और तुम्हारा प्राण जीवता है, मैं तुम्हें नहीं छोडूंगा।“ मैं इसे पसंद करता हूं। इसके साथ बने रहो, कोई फर्क नहीं पड़ता कितनी भी निराशा क्यों न हो, यहाँ तक कि यह तुम्हारी माँ, तुम्हारे पिता, या तुम्हारे पास्टर से भी आती है। उसके साथ बने रहें।

जैसा कि प्रभु जीवता है, मैं बटन को दबाकर परमेश्वर की आवाज के साथ बना रहूंगा, क्योंकि यह मेरे लिए यहोवा यों कहता है वाला वचन है।

आकर हमारे झुंड से जुड़े, रविवार दोपहर 12:00 बजे, जेफरसनविले समय के अनुसार, जैसा कि हम उसकी आवाज को सुनने के लिए इकट्ठा होते हैं और हमारे लिए इसके प्रकाशन को लाती हैं: स्मुरना कलीसिया युग 60-1206

भाई जोसेफ ब्रंहम

 

 


 

संदेश सुनने की तैयारी में पढ़ने के लिए वचन।

प्रेरितों के काम 20:27-30

प्रकाशितवाक्य 2:8-11