जेफरसनविले समय: ...

प्रभु भोज की रोटी


प्रभु भोज की रोटी को “शीघ्रता की रोटी” या “फसह की रोटी” के रूप में भी जाना जाता है। जब इस्राएलियों को मिस्र में फिरौन के बंधन से आजाद किया गया, तो उनके पास पारंपरिक तरीके से खमीर, या खमीर के साथ रोटी सेंकने का समय नहीं था, जिससे रोटी की बढ़ोतरी होती है। यह उनकी यात्रा के लिए शीघ्रता में अखमीरी आटे से बनायी गयी थी।

धरती पर प्रभु यीशु ने जो अंतिम कार्य किये उनमें से एक था अपने चेलो के साथ प्रभु भोज करना; और अद्भुत बात है, अंतिम संदेश जो भाई ब्रंहम ने प्रचार किया था 65-1212 प्रभु भोज.

वचन हमें सिखाता है कि ये रोटी उन लोगों द्वारा बनाई जानी चाहिए जिन्होंने खुद को समर्पित किया है और खुद को परमेश्वर के लिए पवित्र किया है। केवल एक पवित्र आत्मा से भरे हुए विश्वासी को ही प्रभु भोज की सभा के लिए रोटी तैयार करनी चाहिए।

•   प्रभु भोज की रोटी बनाने के लिए सबसे पहले आटे और पानी को मिला लें। 1/2 कप गर्म पानी से शुरू करें और एक-एक करके बडा चम्मच डालते जाये जब तक आटा नरम ना हो जाये (इसे हाथ से या मिक्सर से गुंधे।)

•   आटे को हल्का सा गूंध लिया जाता है। आटे को सतह पर बहुत पतला बेल लें।

•   आटे को कांटे चम्मच से तीन या चार बार छेद कर लें, जिससे कि पकते समय यह सपाट रहेगा। बेले हुये आटे को चर्मपत्र कागज से ढककर पकाने के बर्तन पर रखें।

•   रोटी को पहले से गरम ओवन में 400 एफ पर 15 मिनट के लिए पकाये। या, बेले हुए आटे को एक भारी तवे पर रखें जिसे पहले से गरम किया गया हो। एक बार आटे को पलट दें जिससे कि दोनों तरफ से तवे में पक जाए। तेल की कोई आवश्यकता नहीं है।

•   अब रोटी को हाथ से छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ लें। रोटी के दांतेदार किनारे प्रभु यीशु के तोड़े गए देह का प्रतिनिधित्व करते हैं।

इसमें कोई बात नहीं कि अतिरिक्त रोटी को फेंक दे, क्योंकि इस पर प्रार्थना नहीं की गई है।

एक बार प्रभु भोज की सभा में रोटी की प्रार्थना की जाती है, शेष रोटी को नए दिन के आरंभ से पहले जला दिया जाता है। रोटी का जलना जंगल में इस्राएल की यात्रा का नमूना बताया गया है, जब हर दिन नया मन्ना आकाश से गिरता है। एक दिन पहले की रोटी दूषित हो जाती थी और अच्छी नहीं थी। अर्थात्, सब्त के दिन को छोड़, जब किसी भी मनुष्य को परिश्रम करने और खेतों से नया मन्ना एकत्र करने की अनुमति नहीं थी। इस अवसर पर, भोजन को एक दिन पहले संग्रह करके रखा जाता था और उनके तंबू में एकत्र किया जाता था, और परमेश्वर ने उन्हें सब्त के दिन या विश्राम के दिन खाने के लिए संरक्षित किया था।( संदर्भ- निर्गमन 16)

भाई ब्रंहम ने भी सात कलीसियाई युगों के लिए रोटी के जलने का नमूना बताया, जैसे हर एक कलीसिया युग को पूरी तरह से सड़ना पड़ता है जिससे कि अगले कलीसियाई युग में आने वाले ताजा मन्ना को रास्ता दिया जा सके। इसके अतिरिक्त, उसने इसे एक विश्वासी के व्यक्तिगत अनुभव का नमूना बताया, और हमें किस तरह से प्रतिदिन अवश्य ही मरना है, ताकि पवित्र आत्मा हमारे जीवन में हर दिन नए सिरे से उतर सके।

यह सुनिश्चित करने के लिए कि सारी रोटी पूरी तरह से जल गई है, ये सबसे अच्छा है कि रोटी को एक छोटे पेपर की थैली में रखे और इसे गर्म आग के बीच में रखा जाये। यह सुनिश्चित करे कि बचे हुए सारे अवशेष जल गए हैं।

यह कोषेर या विधिसम्मत रोटी, यह एक मसीही के द्वारा बनाई जाती है। यह अखमीरी रोटी होती है। और यदि आप इसे ध्यान देंगे, जब आप इसे अपने मुंह में रखते हैं, तो यह बहुत रुखी होती है, कड़वी होगी। यह सिकुड़ी हुई और तोड़ी, मिश्रण की हुई, जिसका अर्थ है हमारे प्रभु यीशु का तोड़ी हुई, टुकड़े-टुकड़े की हुई देह है। ओह, जब मैं इसके बारे में सोचता भी हूं, तो मेरे ह्रदय धड़कन छुटने लगती है! जब मैं सोचता हूँ कि वो मिश्रण किया गया और कुचला गया और मारा गया था, जो परमेश्वर का निर्दोष पुत्र है! क्या आप जानते हैं उसने ऐसा क्यों किया? क्योंकि मैं दोषी था। और वो मैं बन गया, एक पापी, जिसे कि मैं उसके बलिदान के द्वारा उसके समानता में बन सकूं, परमेश्वर का पुत्र। क्या ही बलिदान है!

62-1231 मुकाबला

 


 

प्रभु भोज का दाखरस


प्रभु भोज का दाखरस प्रभु यीशु के लहू का प्रतिनिधित्व करता है, जो हमें हमारे पापों से शुद्ध करता है, और इसे लिया जाता है कि ये प्रभु की मृत्यु को दिखाये जब तक कि वह नहीं आ जाता। प्रभु भोज का दाखरस अंगूर का रस नहीं होता है, जो पुराना होने पर कडवा और खराब हो जाता है, लेकिन ये वास्तविक दाखरस है, जो पुराने होने के साथ बेहतर और तेज होता जाता है; यह अपने गुण को कभी भी नहीं खोता है।

जैसे यीशु मसीह का लहू पुराना होने के साथ कडवा और खराब नहीं होता है, लेकिन विश्वासी के दिन बीतने के साथ-साथ तेज और बेहतर होता जाता है।

बाईबल में, दाखरस वचन के द्वारा उत्तेजना का प्रतिनिधित्व करता है, जब यह विश्वासी के लिए प्रकट किया जाता है।

58 और दाखरस, मैंने कहा, जो मेरे पास आती है, कि वो दाखरस इस बात का प्रतीक है कि यह सामर्थ थी-यह प्रकाशन के द्वारा उत्तेजना की सामर्थ है। समझे? और यही है जब कुछ तो प्रकट होता है। यह विश्वासी को उत्तेजना देता है, क्योंकि यह प्रकाशन के द्वारा प्रदान किया गया है। देखा? यह कुछ तो ऐसा है जो परमेश्वर ने कहा है। यह एक रहस्य है; वे इसे नहीं समझ सकते है, देखो। और, थोड़ी देर बाद, परमेश्वर नीचे आकर और इसे प्रकट करता हैं, और उसके बाद इसे प्रमाणित करता हैं।

63-0321 – चौथी मोहर

ये आवश्यक नहीं है कि दाखरस को रोटी की तरह “पवित्र हाथों” से बनाया जाना चाहिए। कोषेर या विधिसम्मत दाखरस या फसह की दाखरस को दुकान से खरीदा जा सकता है। हालांकि, आप अपनी खुद की दाखरस कैसे बना सकते हैं, इसके निर्देशों के लिए, यहां जाएं बनाने की विधि की सूची इस पन्ने पर।

हम जेफरसनविले में अपनी स्थानीय कलीसिया के लिए दाखरस और छोटे प्लास्टिक के कप उपलब्ध कराएंगे। प्रभु भोज की सभा के लिए, दाखरस या तो छोटे कप में लिया जा सकता है, हर एक व्यक्ति के लिए एक, या बड़े कप में लेकर एक दूसरे के बीच साझा किया जा सकता है। प्रभु भोज लेने के बाद, रोटी से भिन्न होता है, कोई बात नहीं यदि आप प्रभु भोज की दाखरस को छोड़ दे।

प्रभु भोज को लेना, जो प्रभु के लहू और देह का प्रतिनिधित्व करता है, हमेशा विश्वासी के लिए “विजय” का प्रतिनिधित्व करता है। यहाँ तक प्रभु भोज को सैकड़ों वर्ष पहले आरंभ किया गया, यीशु मसीह की मृत्यु के समय पर, अब्राहम ने परमेश्वर के साथ प्रभु भोज लिया था।

उसके भाई लूत को छुड़ाने के लिए, राजाओं के ख़त्म करके एक बड़ी जीत हासिल करने के बाद, अब्राहम ने मलिकिसिदक से भेंट की, और उन्होंने एक साथ प्रभु भोज लिया।

हर बार जब हम प्रभु भोज लेते हैं, तो रोटी और दाखरस हमारे जीवन में शत्रु पर जीत का प्रतिनिधित्व करते हैं। और एक दिन, जब युद्ध समाप्त हो जाएगा, हम, अब्राहम के बीज, उस महान प्रभु भोज की सभा के लिए हवा में अपने प्रभु से मिलेंगे, और विवाह भोज में आमने-सामने उसके साथ भोजन करेंगे।

ध्यान दें, युद्ध समाप्त होने के बाद, मलिकिसिदक ने अपने विजयी संतान को प्रभु भोज दिया; उसके बारे में सोचो, उसका खुद का भाग! अब हम यहां देखना चाहते हैं। यहाँ इस नमूने में, एक रूप में, प्रभु भोज है। लड़ाई के बाद, उसने अपने आप को दे दिया, क्योंकि प्रभु भोज मसीह का भाग है। और संघर्ष समाप्त होने के बाद, उसके बाद आप अपने आप को हटा लेते है, उसके बाद ही जब आप मसीह के भागीदार बनते हैं, इस अस्तित्व का भाग बन जाते हैं। आपने इसे समझा?

याकूब रात भर मल्लयुद्ध करता रहा, और तब तक उसे जाने नहीं दिया जब तक उसने उसे आशीष नहीं दी। यह सही बात है। जीवन के लिए लड़ा! और जब युद्ध समाप्त हो जाता है, तब परमेश्वर आपको अपने आप में से देता है। यही उसका सच्चा प्रभु भोज है। जरा सी रोटी और टुकड़ा बस इसका प्रतिनिधित्व करते हैं। आपको इसे तब तक नहीं लेना चाहिए जब तक आप इससे मल्लयुद्ध नहीं कर लेते और परमेश्वर का भाग नहीं बन जाते हैं।

याद रखें, इस समय पर, प्रभु भोज को आरंभ नहीं किया गया था, ना ही यीशु मसीह की मृत्यु से पहले, सैकड़ों और सैकड़ों और सैकड़ों वर्ष बाद।

लेकिन मलिकिसिदक, अपने पुत्र अब्राहम के विजयी होने के बाद, मलिकिसिदक ने उससे भेंट की और उसे दाखरस और रोटी दी; ये दिखा रहा है कि इस सांसारिक युद्ध के समाप्त होने के बाद, हम उससे स्वर्ग में मिलेंगे और फिर से प्रभु भोज करेंगे। यह प्रभु भोज होगा। “मैं ना ही अब और दाखमधु न पीऊंगा, और न फल को खाऊंगा, जब तक कि मैं उसे अपने पिता के राज्य में तुम्हारे साथ नये सिरे से न खाऊं और न पीऊं।“ क्या यह सही है?

फिर से ध्यान दें, मलिकिसिदक अब्राहम से मिलने गया इससे पहले वो उसके घर वापस आये। हमारे पास यहाँ क्या ही सुंदर नमूना है! युद्ध के बाद घर वापस आने से पहले मलिकिसिदक ने अब्राहम से भेंट की।

हमारे घर जाने से पहले हम यीशु से हवा में मिलते हैं। यह सही बात है। दूसरा थिस्सलुनीकियों हमें बताता है कि, “हम उससे हवा में मिलते हैं।“

65-0221E यह मलिकिसिदक कौन है?

 


 

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