रविवार
25 मई 2025
60-0522E
लेपालकपन #4

प्रिय परिवर्तित लोगों,

चालू करने का बटन दबाने से हम परमेश्वर के अचूक वचन को सुन रहे हैं। इसका हर एक वचन सत्य है, इसका हर एक वाक्यांश सत्य है। हमें बुलाया गया और सुरक्षित रखा गया, भरा गया और एक ओर रखा गया है; पवित्र आत्मा से भरा गया है, और अब हम पहले से ही कनान के देश में हैं। हम किसी चीज से नहीं डरते...किसी भी चीज से नहीं, हम जानते हैं कि हम कौन हैं।

क्योंकि हम उसके वचन के साथ बने रहे हैं, जैसे कि उसने हमें करने की आज्ञा दी थी, वो हमें बताने जा रहा है कि उसने हमारे लिए एक विरासत को छोड़ा है। आपने ऐसा कब किया, पिता? जब मैंने तुम्हें चुना और दुनिया की बुनियाद डालने से पहले मेमने की जीवन की पुस्तक में तुम्हारे नाम लिखे।

जब समय की परिपूर्णता आई, तो मैंने यीशु मेमने को भेजा, जो दुनिया की बुनियाद डालने से लेकर मारा गया था, ताकि तुम मेरे बेटे और बेटियाँ बनकर अपने उत्तराधिकार को प्राप्त कर सको, छोटे परमेश्वर।

इससे पहले मैं तुम्हें स्थान में रखूं तुम्हारे खड़खड़ाने की आवाज़ और ढीली जगहों के लिए जाँचना था।

•  “क्या तुम विश्वास करते हो कि कलीसिया में टेप पर मेरी आवाज़ चलाना गलत है?”
•  “हाँ, तुम्हे कलीसिया में टेप नहीं चलाना चाहिए।”
•  “इसे दोषी ठहराओ। तुम खड़खड़ा रहे हो।”

•  “क्या तुम विश्वास करते हो कि टेप पर मेरे वचन के अनुवाद की आवश्यकता है?”
•  “हाँ, इसे समझाने के लिए किसी की आवश्यकता है।”
•  “तुम खड़खड़ा रहे हो। इसे बाहर निकालो। तुम अभी तैयार नहीं हो।”

जब तुम तैयार हो जाते हो, तुम हर वचन के लिए “आमीन” कहोगे।

•  “क्या तुम विश्वास करते हो कि मैं कल, आज और हमेशा एक सा हूँ?”
•  “आमीन।”
•  “क्या तुम विश्वास करते हो कि टेप पर मेरी आवाज़ सबसे महत्वपूर्ण आवाज़ है जिसे तुम्हें अवश्य ही सुनना चाहिए?”
•  “आमीन।”
•  “क्या तुम विश्वास करते हो कि टेप पर मेरी आवाज़ दुल्हन को एकजुट करेगी?”
•  “आमीन।”
•  “क्या तुम विश्वास करते हो कि मेरा शक्तिशाली दूत तुम्हें मुझसे परिचय करवाएगा?”
•  “आमीन।”

अब तुम जोर से कस दिए गये हो। मैंने तुम्हारे खड़खड़ाने और ढीली जगहों के लिए जाँच लिया है। मैं दरवाज़ा बंद करने के लिए तैयार हूँ। मैं तुम पर अपनी मोहर लगाऊँगा। तुम मेरी जाँच में सफल हो चुके हो।

अब मुझे तुम्हें कुछ बताने दो, टेप देशों में रहने वाले मेरे प्रिय बहुमूल्य लोगों; विदेश में और जहाँ कहीं भी तुम हो, डरो मत। सब कुछ ठीक है। मैं तुम्हें दुनिया की बुनियाद डालने से पहले से जानता था। मैं हर एक चीज जानता था जो होने वाली है।

मैं जल्द ही तुम्हारे लिए आ रहा हूँ और तुम्हें एक ऐसी जगह पर लेकर जा रहा हूँ जहाँ कोई मृत्यु नहीं है, कोई दुख नहीं है, कोई ईर्ष्या नहीं है, कुछ भी नहीं है; बस सिद्धता, सिद्ध प्रेम।

तब तक, कभी भी मत भूलना, मैं तुम्हें अपना वचन देता हूँ, तुम मेरे देहधारी हुए वचन हो। यदि तम्हें किसी चीज़ की ज़रूरत है, तो उसे बोलो, फिर उस पर विश्वास करो; यह तुम्हारी जायदाद है।

मैं इस रविवार को फिर से अपनी आवाज़ तुम्हारे पास भेजने जा रहा हूँ और तुम्हें ये सब कुछ समझाऊँगा। मैं तुम्हें एक बार फिर बताने जा रहा हूँ कि तुम कौन हो, तुम कहाँ जा रहे हो, और ठीक अभी वहाँ पर क्या है।

आकर मेरी दुल्हन के साथ जुडो, जब मैं उन्हें इस रविवार को दोपहर 12:00 बजे, जेफरसनविले समयनुसार स्वर्गीय स्थानों पर एक साथ बैठाता हूँ, और सुनो कि मैं तुम्हें अपने वचन के द्वारा किस तरह से स्थान पर रखता हूँ। 60-0522E लेपालकपन #4

भाई जोसफ ब्रंहम