
प्रिय छोटे तालाब के सोसनो,
हमने अपने आप को कीचड़ के पानी के सबसे ऊपर की ओर धकेला है और अपने परों को फैला दिया हैं। हमारी छोटी पंखुड़ियाँ खुल आई हैं और अब घाटी के सोसन या लिली को प्रतिबिंबित कर रहे हैं। हमने अपने जीवन को पूरी तरह से परमेश्वर और उसके वचन को समर्पित कर दिया है।
हम अंत समय में हैं और पूर्व और पश्चिम, उत्तर और दक्षिण से आ रहे हैं, उस रेपचर के लिए तैयार हो रहे हैं। हम कुछ मिनटों के लिए अपने आप को स्थिर रखे हुए हैं जब तक कि प्रत्येक तंतु पवित्र आत्मा से भर नहीं जाता। हम ऊपर जाने के लिए तैयार हो रहे हैं।
वह दिन आ चूका है। वो अपने पास अपने लोगों को अपने साथ एक सच्ची एकता में बुला रहा है। यह यीशु मसीह है जो अपनी आत्मा के साथ हमारी देह में रह रहा है, उन्हीं कामों को कर रहा है जो उसने किये दुनिया के लिए एक चिन्ह के रूप में।
वचन की सबसे विशिष्ट बात हमारे दिन में जगह ले रही है। एक कार्य, जिसे ना ही कोई दूत, ना ही कोई इसे कर सकता है, केवल मेम्ना ही कर सकता है। उसने आकर और उसके दाहिने हाथ से किताब को लिया जो सिंहासन पर बैठा था, उसे खोला, मुहरों को तोडा, और उसे धरती पर उसके सातवें दूत के पास भेज दिया, जिससे कि इसे हमारे लिए प्रकट कर सके, जो दुल्हन है।
जो चीजें जगह ले रही हैं; वो वचन जिसे वो हर एक दिन हमारे लिए प्रकट कर रहा है, ये शब्दों से परे है। हम अपनी आवाजों को उठाकर और जयजयकार करते है और चिल्लाते है, हाल्लेलुय्याह! वो अभिषेक, सामर्थ, महिमा, प्रकटीकरण, उसके वचन का प्रकाशन समय की शुरुआत से लेकर अब तक की तुलना में कहीं अधिक बढ़कर है।
हर एक सृष्टी के साथ जो स्वर्ग में है, और धरती पर, और धरती के नीचे, समुद्र के नीचे, और जो कुछ भी उनमें है हम चिल्लाते हैं: आशीष, आदर, महिमा, सामर्थ, उसके लिए जो सिंहासन पर बैठा है, और हमेशा मेमने के लिए है, आमीन! आमीन, और आमीन!
हर एक सृष्टी, हर एक मनुष्य ने आरंभ से ही इस दिन के आने की प्रतीक्षा की है। यहाँ तक कि स्वयं परमेश्वर ने भी प्रतीक्षा की है जब तक कि उसका चुना हुआ दूत धरती पर नहीं आ गया, इससे पहले कि वह किताब को लेने के लिए आगे आये, उसे तोड़ कर खोले और अपनी चुनी हुई दुल्हन के लिए अपने सारे रहस्यों को प्रकट करे।
हम अब वो जानते हैं जिसे धरती पर आरंभ से कोई भी मनुष्य कभी भी नहीं जानता था। उसने हर एक चीज को उस गिरावट में खो दिया था। वो हर एक चीज जो उसके वचन में छिपी हुई है। हर एक चीज जो दुल्हन की आवश्यकता है उसे रिकॉर्ड किया गया है और उसे परमेश्वर के एक छोटे से भंडार गृह में रखा गया है।
उसने हमें समय के पर्दे के भी उस पार दिखाया है और हम अपने आप को उसके साथ दूसरी ओर देखते हैं। दुल्हन ने वचन को सुनने के द्वारा अपने आप को तैयार कर लिया है।
हम प्रशिक्षण में रहे हैं। हमने परमेश्वर के सारे हथियार बांध लिये हैं। कोई भी चीज़ हमें हिला नहीं सकती है। कोई भी चीज़ हमें डरा नहीं सकती है। कोई भी चीज़ हमारा कुछ भी नहीं बिगाड़ सकती है। कोई भी चीज़ हमें एक शब्द पर भी समझौता करने को नहीं लगा सकती है। हम वचन हैं।
हम अपने हाथों में फूलों का गुलदस्ता लिए हुए उसकी प्रतीक्षा कर रहे हैं। यह केवल समय की बात है। पुरानी घड़ी टिक-टिक कर रही है। हम घोड़ों को दौड़ने की आवाज़, पहियों के नीचे रेत को सरकते हुए सुनते हैं। पुरानी घोड़े की बग्गी रुकने पर है।
जब वो पहुंच जायेगा तो हम इस पुरानी दुनिया से छलांग लगाकर सीधे उसकी बाहों में जायेंगे। वह हमें पकड़ कर और कहेगा, “मैं तुम्हारे लिए जगह तैयार करने के लिए गया था, लेकिन अब ये सब पूरा हुआ है, प्रिय”।/p>
उसका आगमन बहुत ही नजदीक है। हम बहुत अधिक अपेक्षा में है जितना इससे पहले कभी नहीं हुआ। हम बहुत ही उत्तेजित हैं जैसे कि वह चाहता है कि हम सात मोहरों को एक बार फिर से सुनें। हम जानते हैं कि हमें और अधिक प्रकाशन मिलने वाला है, क्योंकि हर एक संदेश जो हम सुनते हैं ये ऐसा लगता है जैसे हमने इसे पहले कभी भी नहीं सुना है।
आज रहकर और इस संदेश को सुनना उससे भी बढकर है जब इसे रिकॉर्ड किया गया था। वह अब हमारे लिए और भी अधिक प्रकट कर रहा है। कौन सी बात जगह ले सकती है?
हमारे साथ आकर जेफ़रसनविले समयानुसार दोपहर 12:00 बजे एकत्र हो, और सुनने का आनंद लें: 63-0317E सात कलीसिया कालों और सात मोहरों के बीच की दूरी । यह वो संग्रहीत किया हुआ भोजन है जिसे प्रभु ने दुल्हन के खाने के लिए तैयार किया है।
भाई जोसफ ब्रंहम
संदेश सुनने की तैयारी में पढ़ने जाने वाले वचन:
लैव्यव्यवस्था: 25:47-55
यिर्मयाह: 32:1-15
जकर्याह: 3:8-9 / 4:10
रोमियों: 8:22-23
इफिसियों: 1:13-14 / 4:30
प्रकाशितवाक्य: 1:12-18 / 5वां अध्याय / 10:1-7 / 11:18