
प्रिय मित्रों,
जेफरनविले में दोपहर के 12:00 बजे हैं, अफ़्रीका में संध्या के 7:00 बजे है, एरिज़ोना में सुबह के 10:00 बजे है; दुल्हन दुनिया भर से दुल्हन एक साथ इकट्ठा हो चूकी है। हमने इस पल के लिए पूरे सप्ताह भर प्रतीक्षा की है। हम बड़ी अपेक्षा में हैं, प्रतीक्षा कर रहे हैं कि परमेश्वर अपने सामर्थी सातवें दूत संदेशवाहक में से होते हुए मनुष्य होठों के जरिये से हमसे बात करेगा। हम प्रार्थना कर रहे हैं, “प्रभु मुझे तैयार करें, मेरा अभिषेक कर, और मुझे अपने वचन का और अधिक प्रकशन दें।”
हम संतुष्ट हैं, क्योंकि हम निश्चित रूप से जानते हैं, कि भविष्यवक्ता, और केवल भविष्यवक्ता के पास ही इस समय के लिए जीवन के वचन हैं। हो सकता है हम यह सब समझाने में सक्षम ना हो, लेकिन हम जानते हैं कि हम हर एक वचन पर विश्वास करते हैं और उस पर विश्राम कर रहे हैं।
हम जानते हैं, ठीक जैसे प्रभु ने मूसा के साथ किया, परमेश्वर हमारे सामने अपने भविष्यवक्ता को महिमामय करना पक्का हैं। उस समय पर, उसने पहाड़ों को हिला दिया। इस समय, वह आकाश और धरती को हिला रहा है।
वह क्षण आ चूका है। हमारे ह्रदय हमारे भीतर तेजी से दौड़ रहे हैं। हम सुनते है कि हमारा राष्ट्रगान बजना आरंभ हो गया है। एक चित्त होकर, दुनिया भर से दुल्हन अपने पैरों पर खड़ी होकर और गीत गाना आरंभ करती हैं, केवल विश्वास करो, सब कुछ संभव हैं, केवल विश्वास करो। परमेश्वर का हमसे बात करना पक्का हैं।
हम सुनते हैं: “सुप्रभात मित्रों।”
इन तीन साधारण से शब्दों को सुनकर ही हमारा ह्रदय आनंदित हो जाता है। भविष्यव्यक्ता ने मुझे अभी अपना मित्र कहकर बुलाया। उसके बाद वह हमें बताता है,
मैं आप सभी को याद करता हूं। मैं—मैं इसकी परवाह नहीं करता कि मैं कहां जाता हूं, मैं—मैं…ऐसा नहीं है, यह आप नहीं हो। दुनिया भर में हर जगह मेरे मित्र हैं, लेकिन ये नहीं—ये आप सब नहीं हैं। इस छोटे से झुण्ड के विषय में कुछ तो ऐसा है जो बस…मैं नहीं जानता। मैं उनके विषय में सोचता हूं…मेरे पास धरती पर ऐसा—ऐसा कोई झुण्ड नहीं है, जिसे मैं जानता हूं, जो इस झुण्ड की तरह मेरे साथ बना रहता है। होने पाए—होने पाए हमें इतना अभिन्न या हमें कभी न अलग होने वाला बनाये रखे कि आने वाले राज्य में हम एक साथ रहें; मेरी प्रार्थना है।
आज परमेश्वर हमारे लिए कौन सा महान प्रकाशन प्रकट करेगा? हम क्या सुनने जा रहे हैं? शायद हमने इसे पहले भी बहुत बार, बहुत बार सुना है, लेकिन आज अलग ही होगा, और ऐसा पहले किसी भी दिन नहीं हुआ होगा।
यह क्या है? विश्वासियों का भोजन। स्वर्ग से आई भेंट की रोटी जिस पर हम भोज करेंगे। वह भेंट की रोटी जो केवल हमारे लिए है, जो उसकी दुल्हन है। यह उस भेंट की रोटी के ऊपर तेजोमय महिमा है जो हमें दूषित होने से बचाये रखती है।
बाहरी लोग हमारी ओर देखकर और पूछते हैं, “आप लोग क्या कर रहे हैं? आप सिर्फ टेपों को सुन रहे हैं? आप लोग सचमुच में अनोखे लोग हैं।”
महिमा हो!! हम बहुत ही खुश हैं, और अनोखे लोग होने के लिए परमेश्वर के बहुत ही आभारी हैं; उसके लिए और उसके प्रमाणित वचन के लिए पागल है। हमें दुनिया को यह बताने में आनंद मिलता है, “हां, मैं टेप की सेवकाई में विश्वास करता हूं। मैं बटन को दबाकर चलाने में विश्वास करता हूं। मेरा विश्वास है कि यह सबसे महत्वपूर्ण आवाज है जिसे आप सुन सकते हैं। हाँ, मैं टेप को पुलपीट पर वापस रखने में विश्वास करता हूँ।”
जब रीती-रिवाजों का पर्दा हट चूका होता है, तो आप देख सकते हैं कि परमेश्वर अब भी अपने वचन का परमेश्वर है। वह अब भी अपने वचन को पूरा करता है। वह—वह परमेश्वर है, अपने वचन का लेखक है।
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि कोई और क्या करता है, या वो कहता है, हम इस पर विश्वास करते हैं, और फिर हम इस पर कार्यवंत होते हैं। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं, तो आप इस पर विश्वास नहीं करते हैं। आप पर्दे के पीछे नहीं हैं। वह पर्दा एक व्यक्ति से संबंध रखता है। वो संदेश एक है।
मैं आशा करता हूं और भरोसा करता हूं कि—कि आपको इस बात की आत्मिक समझ मिल गई है कि परमेश्वर बिना कहे ही कलीसिया तक क्या बात पहुंचाने की कोशिश कर रहा हैं। समझे? यह एक ऐसी चीज है, कभी-कभी, हमें चीजों को इस तरह से कहना पड़ता है कि इससे हो सकता है लोग कम हो जाए, इससे कुछ बाहर निकल जाये, कुछ छोड़ दे, और कुछ लोगो को—को इस पर विचार करने को लगाए। लेकिन यह उद्देश्य के साथ किया गया है। इसे अवश्य ही इसी तरह से किया जाना चाहिए।
वो वचन परमेश्वर के भविष्यवक्ता पर प्रकट हुआ था। वहाँ कोई झुण्ड, फरीसी, या सदूकी, या कोई निश्चित संप्रदाय या जाति नहीं होती है। यह वो भविष्यव्यक्ता होता है! परमेश्वर के पास एक मनुष्य है। उसने दो या तीन भिन्न-भिन्न मनो को नहीं लिया। उसने एक मनुष्य को लिया। उसके पास वचन होता है, और केवल उसी के पास होता है।
तब हो सकता है कि कुछ लोग कहें, “आपका मतलब है कि परमेश्वर जानबूझकर ऐसे काम को करेगा?” निश्चय ही उसने ऐसा किया। वह अब भी करता है।
जैसा कि उसने सैकड़ों वर्ष पहले कहा था, हम आज भी उसी बात को सुनते हैं: “लेकिन यहां पर दूसरे लोग भी हैं जिन्हें परमेश्वर ने बुलाया है।” यह सच है। और जब तक वे अनुसरण करते हैं और साथ-साथ चलते हैं, आमीन, लेकिन जब कोई आगे बढ़कर और परमेश्वर के उस स्थान को लेने की कोशिश करता है जो परमेश्वर ने हमारे भविष्यव्यक्ता को दिया था, जिसे उसने पहले से ठहराया और उस काम के लिए नियुक्त किया, तो हमें उस प्रमाणित वचन, हमारे दिन के लिए उस परमेश्वर की आवाज के साथ बने रहना होगा।
ध्यान दें, मृत्यु, अब इससे दूर बने रहना है। आपको अवश्य ही इस पर्दे में से होते हुए इसमें जाना होगा, या तो आप नहीं जा पायेंगे। परमेश्वर भला उन पर कैसे दया कर सकता था, लेकिन याद रखें कि वह क्या था, परमेश्वर उस पर्दे के पीछे जो कुछ था उसे प्रकटीकरण में ला रहा हैं। देखो पर्दे के पीछे क्या था, वो वचन! इसने क्या पर्दा किया था? वचन को! यह क्या था? यह उस संदूक में है। यह वो वचन था जो उस परदे में छिपा था। समझे? और यीशु वह वचन था, और वह वो वचन है, और उसके देह के पर्दे ने उसे छिपाया था।
हमारे लिए, यह एक प्रकटीकरण है! यह अब एक शब्द नहीं है, वास्तविकता है! आमीन!
हम जानते है कि दूसरों के लिए हम अनोखे लोग हैं, और दुनिया को हम नट या पागल लग सकते हैं, लेकिन यह सारे लोगों को उसकी ओर खींच रहा है।
आकर और हमारे साथ जुड़े इस रविवार को दोपहर 12:00 बजे, जेफरसनविले समय अनुसार, जब हम भविष्यवक्ता को दुनिया को यह बताते हुए सुनते है कि हम किस तरह से अनोखा व्यक्ति 64-0614E है। हमें यह कहते हुए बहुत गर्व लगता है और हम बहुत आभार प्रकट करते हैं।
भाई जोसफ ब्रंहम
संदेश सुनने से पहले पढ़े जाने वाले वचन:
1 कुरिन्थियों 1:18-25
2 कुरिन्थियों 12:11