
प्रिय योग्य, धर्मी जनों,
उकाबो, क्या आप इस रविवार को यीशु की मधुर आवाज सुनने के लिए इकट्ठा होने को तैयार हैं जो आपसे बात करती है और कहती है:
“तुम योग्य हो।” “तुम मेरे हो।” “तुम धर्मी हो।” “तुम मेरे साथ श्वेत वस्त्र पहनकर चलोगे।” “तुम्हारे नाम स्वर्ग में लिखे गए हैं।”
ये मेरे शब्द नहीं हैं, लेकिन ये वही शब्द है जो स्वर्ग में हमारे पिता के हैं, जो आपसे बात कर रहा हैं, उसकी चुनी हुई दुल्हन से। पवित्र आत्मा एक बार फिर से आकर और मनुष्य की देह में रहा, इसलिए वह अपनी चुनी हुई महिला से इन अद्भुत शब्दों को सीधे-सीधे बोल सकता है।
उन लोगो को मुझसे सुनना बहुत अच्छा लगता है, या कोई भी यह कहेगा “यीशु ने कहा” है, लेकिन उसकी चुनी हुई आवाज के जरिये से उसे बोलते हुए सुनना; वो एक जो आपको व्यक्तिगत रूप से हमेशा बताता है…बस इससे बढ़कर कुछ भी नहीं है।
परमेश्वर उसके वचन को दुनिया में लाने के लिए बहुत सी आवाजों का उपयोग करता है। उसने उन्हें चुना है और उन्हें स्थान में रखा है ताकि दुनिया और उसकी दुल्हन के लिए एक आशीष बने।
जब यीशु मनुष्य देह में यहाँ धरती पर था, उसके पास चुने हुए मनुष्य भी थे, उसके प्रेरित, कि वे उसका अनुसरण करें और उसके लिए वही बोलें जिसे उन्होंने प्रधानता पाए हुए से देखा और सुना था। ये वे लोग थे जिन्हें उसने सुसमाचार को फैलाने के लिए बाहर भेजा था, वो खुश खबरी कि मसीहा आया था; वह उनके साथ धरती पर था। उसने उन्हें दो-दो करके भेजा ताकि इस महान समाचार की घोषणा करने के लिए ताकि सभी मनुष्यों को उसके अपने पास लेकर आये।
जब एक रात उसने उन्हें इकट्ठा किया, तो उसने उनसे पूछा, “वे क्या कहते हैं कि मैं कौन हूँ?” उन्होंने उत्तर दिया, “कुछ लोग कहते हैं कि तुम एलिय्याह हो; कुछ कहते हैं कि तू यूहन्ना बपतिस्मा देने वाला है।” लेकिन उसने कहा, “लेकिन तुम क्या कहते हो कि मैं कौन हूँ?” तब पतरस ने उन महान शब्दों को कहा, “तू जीवते परमेश्वर का पुत्र मसीह है।” यीशु ने उसे उत्तर दिया और कहा, “पतरस, मांस और लहू ने यह बात तुझ पर प्रगट नहीं की, लेकिन मेरे स्वर्गीय पिता ने तुझ पर इसे प्रगट किया है, और इस चट्टान (प्रकाशन) पर मैं अपनी कलीसिया को बनाऊंगा।”
संसार इस महान रहस्य पर लगभग पूरी तरह लडखड़ा चुका है। कुछ लोगों का विश्वास है कि उसका मतलब पतरस से था। कुछ लोगो का विश्वास है कि यह एक चट्टान थी जो वहां पड़ी हुई थी। कुछ लोगो का विश्वास है कि यह यीशु था। लेकिन प्रकाशन के द्वारा, हमें पवित्र आत्मा के द्वारा दिया गया, हम जानते हैं कि ये उसका प्रकाशन था कि वो क्या था।
यीशु की मृत्यु, गाड़े जाने और पुनरूत्थान के बाद, पेंटीकोस्ट के दिन, उन्हें संसार को यह महान समाचार सुनाने के लिए भेजा गया था। पतरस को एक बार फिर से बोलने वाले प्रवक्ता के रूप में चुना गया और उसने लोगों के सामने जाकर और घोषणा की कि उसके पवित्र आत्मा को कैसे पाना है। उसने कहा, अवश्य ही कि तुम्हें पश्चाताप करना है और प्रभु यीशु मसीह के नाम में बपतिस्मा लेना है।
पवित्र आत्मा ने पतरस पर क्या ही कार्य स्थान को रखा था। हम केवल यह कल्पना कर सकते हैं कि लोगो ने उसकी ओर किस तरह से देखा। वह यीशु के साथ चला जब वह यहाँ धरती पर देह में था। वो उसका मित्र था। वह हर दिन उसके पास ही था। वो एक जिसे उसने प्रकाशन देने के लिए चुना था। लेकिन परमेश्वर ने किसी और को अपना भविष्यद्वक्ता होने के लिए चुना था: पौलुस।
जब पतरस पौलुस के पास अन्ताकिया में आया, तो वह अन्यजातियों के साथ खा रहा था और पी रहा था। लेकिन जब याकूब के लोगो का एक झुण्ड वहां पर आया, तो वह पीछे हट गया और डर गया। पौलुस ने लोगों के सामने उसे खुले आम डाँटा और कहा कि वह सत्य के अनुसार सीधा नहीं चलता और दोष उसी का है। भाई ब्रंहम ने कहा कि पतरस यहूदी मसीहो के द्वारा असंतुलित था।
यह हमें आज के लिए क्या बताता है? इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि ये कौन है। उनके पास कितना पवित्र आत्मा है। उनके पास कितना अधिकार या पुकार है। आपको अपने परम सत्य के लिए परमेश्वर के चुने हुए भविष्यव्यक्ता के साथ अवश्य ही बने रहना है। क्योंकि वो, और वो अकेला ही, परमेश्वर के वचन का दिव्य अनुवादक है।
यह पतरस या परमेश्वर के चुने हुए चेलो में से किसी के विरुद्ध नहीं है, तब या अभी। उन्हें सुसमाचार फैलाने के लिए चुना गया है, लेकिन परमेश्वर ने अपनी कलीसिया के ऊपर एक मनुष्य को चुना था। केवल वही यहोवा यों कहता है के साथ परमेश्वर का चुना गया भविष्यद्वक्ता था, ना की वे। उनका अपना स्थान है, लेकिन उसके पास अपनी दुल्हन के लिए अंतिम वचन के साथ, अपनी कलीसिया को व्यवस्थित करने के लिए एक भविष्यव्यक्ता है।
यह हमें दिखाता है कि हमें अपने दिन के लिए परमेश्वर की प्रमाणित आवाज़ को सुनने के लिए अवश्य ही कितना सावधान रहना होगा। वो एक जिसे उसने अपने वचन का दिव्य अनुवादक होने के लिए चुना। उसके दूत के द्वारा उसकी आवाज़ को सुनने से बढ़कर कुछ भी नहीं है; आवाज उसके चुने हुए की , ना की हमारी।
हम सभी युगों में से होते हुए देखते हैं कि कैसे परमेश्वर के पास लोगों का एक चुना हुआ झुण्ड है जो उसके वचन और उसके चुने हुए सन्देशवाहक के साथ बने रहता है। वह आवाज हमारे लिए प्रतिदिन घोषणा कर रही है कि हम कौन हैं, उनमें से एक।
वह अपने कलीसिया में सुधारकों को भेजता है, लेकिन इस दिन पर, उसने अपने लौटाने वाले को भेजा; “मैं वापस लौटाऊंगा यहोवा यों कहता है, और बच्चो के ह्रदय को फेरूंगा, क्योंकि मेरी आवाज़ के दिनों में मुझे तुम्हे बहुत सी बातें बतानी हैं।”
आपको हमारे साथ उस आवाज को सुनने के लिए आमंत्रित किया जाता है, रविवार दोपहर 12:00 बजे, जेफरसनविले समयनुसार, जब वह हमसे बात करता है और इस दौरान हमें सच्ची और झूठी कलीसिया को दिखाता है: सरदीस कलीसिया युग 60-1209।
भाई जोसफ ब्रंहम