संग्रहीत पत्र
शनिवार, 3 अगस्त 2024

प्रिय छिपा हुआ मन्ना खाने वालों,

परमेश्वर ने अपनी दुल्हन का नेतृत्व करने के लिए अपना सातवाँ दूत सन्देशवाहक भेजा; ना ही कोई दूसरा मनुष्य, ना ही मनुष्यों का झुण्ड, लेकिन एक मनुष्य, क्योंकि संदेश और उसका संदेशवाहक एक ही हैं। परमेश्वर के वचन को किसी अनुवाद की आवश्यकता नहीं है। उसने इसे अपनी दुल्हन से मनुष्य के होठों के जरिये से बोला और हम इसे वैसे ही विश्वास करते हैं जैसे उसने कहा।

आज हमें अवश्य ही बहुत सावधान ही रहना है कि कौन सी आवाज़ हमारा नेतृत्व कर रही है, और यह हमें क्या बता रही है। हमारा वही अनंत गंतव्य स्थान या मंजिल उसी निर्णय पर निर्भर करता है; इसलिए हमें अवश्य ही यह निर्णय लेना है कि कौन सी आवाज़ सबसे महत्वपूर्ण आवाज़ है जिसे हमें सुनना चाहिए। कौन सी आवाज़ को परमेश्वर ने प्रमाणित किया है? किस आवाज़ के पास यहोवा यों कहता है वाला वचन है? यह मेरी आवाज़, मेरे शब्द, मेरी शिक्षा नहीं हो सकती, लेकिन इसे अवश्य ही वचन होना है, सो हमें अवश्य ही वचन की ओर जाना चाहिए जिससे कि यह देख सकें कि यह हमें क्या बताता है।

क्या यह हमें बताता है कि वो हमारा नेतृत्व करने के लिए अंत में पाँच प्रकार की सेवाकाई को खड़ा करेगा? हम वचन में साफ-साफ देख सकते हैं कि उनका अपना स्थान है; बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान हैं, लेकिन क्या वचन कहीं भी कहता है कि वे सबसे महत्वपूर्ण आवाज़ें होंगी जिन्हें हमें दुल्हन होने के लिए अवश्य ही सुनना चाहिए?

भविष्यव्यक्ता ने हमें बताया कि अंतिम दिनों में बहुत से मनुष्य उठ खड़े होंगे जो परमेश्वर की इच्छा के बिना उसकी सेवा करने की कोशिश करेंगे। वह उनकी सेवकाई को आशीष देगा, लेकिन यह उसकी दुल्हन का नेतृत्व करने का उसका सिद्ध मार्ग नहीं है। उसने कहा कि उसकी जो सिद्ध इच्छा है, और हमेशा से रही है, कि उसके प्रमाणित भविष्यव्यक्ता की आवाज़ को सुने और उस पर विश्वास करे। क्योंकि ये, और केवल यही, यहोवा यों कहता है। इसीलिए उसने अपने दूत को भेजा; उसने उसे क्यों चुना; उसने इसे क्यों रिकॉर्ड किया। यह उसकी दुल्हन के लिए सही समय पर आत्मिक भोजन, छिपा हुआ मन्ना है।

सात में से सातों युगों में, मैंने केवल मनुष्यों को उनके खुद के शब्दों को मेरे वचन से अधिक महत्व देते हुए देखा है। इसलिए इस युग के अंत में मैं तुम्हें मेरे मुँह से उगल दूंगा। यह समाप्त हो गया है। मैं बिल्कुल ठीक-ठीक बोलने जा रहा हूं। हाँ, मैं यहाँ कलीसिया के बीच में हूँ। परमेश्वर का आमीन, विश्वासयोग्य और सत्य स्वयं ही प्रकट हो जायेगा और यह मेरे भविष्यव्यक्ता के द्वारा होगा। ” ओह जी हाँ, ऐसा ही है।

सात में से सात युगों के लोग उनके शब्दों को मेरे वचन से अधिक महत्व देते हैं। आपको अपने आप से पूछना होगा, क्या यह ठीक अभी हमारे बीच नहीं हो रहा है? “कलीसिया में टेप को न चलायें, लेकिन आपको अवश्य ही अपने पास्टर को सुनना चाहिए, बस टेप को अपने घर में चलाये”। वे टेप पर उसकी आवाज़ को अधिक महत्वपूर्ण आवाज़ के रूप में नहीं रखते, लेकिन उनकी आवाज़ को रखते हैं।

वे लोगों को खुद की ओर, और उनकी सेवकाई के महत्व की ओर संकेत करते है, वचन को लाने के लिए उनकी बुलावट की ओर संकेत करते है, ताकि दुल्हन का नेतृत्व करे; लेकिन दुल्हन इसके लिए खड़ी नहीं हो सकती। वे इसे स्वीकार नहीं करेंगे। वे ऐसा नहीं करेंगे। वे इस पर समझौता नहीं करेंगे; यह परमेश्वर की आवाज़ है और कुछ नहीं। यही है जो वचन कहता है।

आज लोगों के मन में जो सवाल है: परमेश्वर ने अपनी दुल्हन का नेतृत्व करने के लिए किसे चुना, टेप को या पाँच प्रकार की सेवकाई को? क्या सेवकाई दुल्हन को सिद्ध करेगी? क्या सेवकाई दुल्हन का मार्गदर्शन करेगी? परमेश्वर के वचन के अनुसार, ऐसा कभी भी उसका तरीका नहीं रहा है।

आज बहुत से मनुष्य हैं जो कहते हैं कि उन्होंने अनुसरण किया है और इस सन्देश पर वर्षो और वर्षों से विश्वास किया है, लेकिन अब वे उनकी सेवकाई को सबसे महत्वपूर्ण आवाज़ के रूप में रख रहे हैं जिसे आपको अवश्य ही सुनना है।

तब आप किस सेवकाई का अनुसरण करेंगे? आप किस सेवकाई को अपना अनंत गंतव्य स्थान या मंजिल मानेंगे? वे सभी कहते हैं कि उन्हें संदेश का प्रचार करने के लिए परमेश्वर ने बुलाया है। मैं इसका इनकार नहीं करता या सवाल नहीं करता, लेकिन पाँच प्रकार की सेवकाई के पद में सबसे प्रभावशाली सेवको में से कुछ का कहना हैं, “यह परमेश्वर की आवाज़ नहीं है, यह तो बस विलियम ब्रंहम की आवाज़ है”। दूसरे कहते हैं, “एक-मनुष्य के संदेश के दिन खत्म हो गए हैं”, या “यह संदेश परम सत्य नहीं है”। क्या यही है जो आपका नेतृत्व कर रहे है?

वे मनुष्य जिन्होंने उनके सैकड़ों कन्वेंशन में प्रचार किया है; पाँच प्रकार की सेवकाई के बड़े-बड़े अगुवाई करने वाले, अब संदेश का इंकार करते हैं और कहते हैं, “यह संदेश गलत है”।

उनमें ज्यादातर सेवकाई आज कहती है, “कलीसिया में आपको परमेश्वर के दूत की आवाज़ नहीं सुननी चाहिए, केवल अपने घरों में।“ “भाई ब्रंहम ने कभी नहीं कहा कि कलीसिया में टेप को चलाओ।”

यह विश्वास से परे है। मैं विश्वास नहीं कर सकता कि कोई भाई या बहन जो कहता है कि वे इस संदेश पर विश्वास करते हैं, कि भाई ब्रंहम परमेश्वर के सातवें दूत संदेशवाहक हैं, मनुष्य का पुत्र बोल रहा है, वो भला इस तरह के भरमाने वाले कथन पर कैसे विश्वास करेगा। इससे आपका पेट खराब हो जाएगा। यदि आप दुल्हन हैं, तो ऐसा होगा।

परमेश्वर अपने वचन के प्रति अपने मन को कभी नहीं बदलता। उन्होंने हमेशा ही अपने लोगों का नेतृत्व करने के लिए एक मनुष्य को चुना है। अन्य लोगों का अपना स्थान है, लेकिन उन्हें लोगों का नेतृत्व उस मनुष्य के ओर करना है जिसे उसने लोगों का नेतृत्व करने के लिए चुना है। लोगों को जागृत करो। सुनो कि ये सेवकाई आपको क्या बता रही हैं। वे उनकी सेवकाई को भविष्यव्यक्ता की सेवकाई से पहले रखने के लिए परिच्छेदों का उपयोग करते हैं। किसी भी मनुष्य की सेवकाई परमेश्वर की प्रमाणित आवाज़ से भला अधिक महत्वपूर्ण कैसे हो सकती है जिसे वो साबित कर चूका है और प्रमाणित कर चूका है कि यह यहोवा यों कहता है वाला वचन है?

उसने हमें बताया है और हमें बताया है, वहां सच्चे अभिषिक्त मनुष्य हो सकते हैं, जिन पर सच्ची पवित्र आत्मा हो सकती है, जो झूठे हैं। सुनिश्चित होने का केवल एक ही तरीका है, मूल वचन के साथ बने रहें, क्योंकि यह संदेश और संदेशवाहक एक ही हैं। केवल एक ही आवाज़ है जिसे परमेश्वर ने यहोवा यों कहता है होने के लिए चुना है,…एक।

सच्ची सेवकाई आपको बताएगी कि टेप पर परमेश्वर की आवाज़ से परमेश्वर के वचन को सुनने से अधिक महत्वपूर्ण कुछ नहीं है। वे प्रचार कर सकते हैं, सिखा सकते हैं, या जो कुछ भी उन्हें करने के लिए बुलाया गया है, लेकिन उन्हें अवश्य ही परमेश्वर की आवाज़ को पहले रखना है; लेकिन वे ऐसा नहीं कर रहे हैं, लेकिन उनकी सेवकाई को पहले रख रहे हैं। उनके काम ही साबित करते हैं कि वे क्या विश्वास करते हैं।

वे अपने पुलपीट पर परमेश्वर की आवाज़ को रखने के सवाल का उत्तर देने से बचते हैं, यह कहते हुए कि भाई जोसफ़ सेवकों में विश्वास नहीं करते हैं। वे कलीसिया जाने में विश्वास नहीं करते हैं। वे एक मनुष्य की आराधना करते हैं। वे जोसफ़ की शिक्षा का पालन कर रहे हैं। वे उन्हीं टेपो को चलाते हुए और सुनते हुए एक संप्रदाय को बना रहे हैं। बस लोगों को मुख्य सवाल से भटका रहे हैं। उनकी प्रतिक्रिया यह साबित करती हैं कि वे उनके लोगों को सिखाने के द्वारा क्या विश्वास करते हैं, प्रथम उनकी सेवकाई।

वे कहते हैं, लोगों को एक ही समय में उसी टेप को सुनना एक संप्रदाय है। क्या यह बिल्कुल उसी तरह से नहीं है जब भाई ब्रंहम ने यहाँ रहते हुए किया था; एक ही समय पर संदेश को सुनने के लिए लोगों को जोड़ना?

अपने आप से पूछें, यदि भाई ब्रंहम आज यहाँ पर शरीर में होते, तो क्या वे दुल्हन के सभी सदस्यों को एक ही समय पर सुनने के लिए नहीं कहते? क्या वे दुल्हन को अपनी सेवकाई के इर्द-गिर्द एक साथ लाने की कोशिश नहीं करते, जैसा कि उन्होंने परमेश्वर के द्वारा उन्हें घर ले जाने से पहले किया था?

मुझे यहाँ पर कुछ बात को कहना है। निन्दा करने वाले कहेंगे, देखो, वो उस मनुष्य पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित करते है; वे एक मनुष्य के पीछे-पीछे चलते है विलियम मेरियन ब्रंहम!! आइए हम अब देखें कि वचन भी इस बारे में क्या कहता है:

सातवें संदेशवाहक के दिनों में, लौदीकिया युग के दिनों में, उसका संदेशवाहक परमेश्वर के रहस्यों को प्रकट करेगा जैसा कि पौलुस को प्रकट किया गया। वह बोलेगा, और जो लोग उसके अपने नाम पर उस भविष्यव्यक्ता को स्वीकार करते हैं उसे उस भविष्यव्यक्ता की सेवकाई का लाभकारी प्रभाव प्राप्त होगा।

यह शैतान को इतना क्रोधित करने वाला है, जितना किसी और ने क्रोध नहीं दिलाया होगा, और वह मुझ पर पहले से और भी अधिक हमला करेगा, लेकिन लोगों, अच्छा होगा आप इसे वचन के साथ जाँच लें। ना ही इसलिए कि मैंने ऐसा कहा, नहीं, तब तो मैं किसी भी अन्य व्यक्ति की तरह हो जाऊंगा, लेकिन अपने ह्रदय और मनो को खोलकर वचन के साथ इसे जाँच ले। ना ही कोई अन्य व्यक्ति आपसे क्या कहता है या क्या अनुवाद करता है, लेकिन परमेश्वर के भविष्यव्यक्ता ने क्या कहा।

इस पत्र के बाद वे आपको परिच्छेद के बाद परिच्छेद के बाद परिच्छेद बतायेंगे, और मैं हर परिच्छेद के लिए आमीन कहता हूं, लेकिन मुख्य बात के बारे में क्या? क्या वे आपको यह बताने के लिए परिच्छेदो का उपयोग कर रहे हैं कि आपको अवश्य ही भविष्यव्यक्ता को सुनना चाहिए या उनकी सेवकाई को? यदि वे कहते हैं संदेश, भविष्यव्यक्ता, तब उन्हें उनकी कलीसिया में उस आवाज़ को पहले स्थान में रखने के लिए कहें।

केवल मनुष्य के व्यवहार के आधार पर ही, हर कोई जानता है कि जहाँ बहुत से लोग होते हैं, वहाँ एक प्रमुख सिद्धांत के छोटे-छोटे बिंदुओं पर भी भिन्न-भिन्न राय होती है, जिसे वे सभी एक साथ रखते हैं।

ऐसा ही है। यह एक परिच्छेद आपको बताता है कि यह मनुष्यों का झुंड नहीं हो सकता है, और ऐसा नहीं होगा। यह सेवकाई नहीं है जो लोगों को एकजुट करेगी क्योंकि मनुष्य के व्यवहार के आधार पर ही, वे प्रमुख सिद्धांतों के छोटे-छोटे बिंदुओं पर भिन्न राय को रखते हैं, वे सभी सहमत नहीं हो सकते हैं, इसलिए आपको मूल वचन पर वापस जाना होगा।

तब किसके पास अचूकता की सामर्थ होगी जिसे इस अंतिम युग में लौटाया जाना है, क्योंकि यह अंतिम युग शुद्ध वचन दुल्हन को प्रकट करने के लिए पीछे जा रहा है?

हमारा नेतृत्व कौन करेगा? अचूकता की सामर्थ के साथ एक आवाज़ जिसे दुल्हन का नेतृत्व करना होगा।

इसका मतलब है कि हमारे पास एक बार फिर से वचन होगा जैसा कि इसे सिद्ध रूप से दिया गया था, और पौलुस के दिनों में पूरी तरह से समझा गया था।

महिमा…यह सिद्ध रूप से दिया गया है और पूरी तरह से समझा गया है । इसे किसी अनुवाद की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यह सिद्ध रूप से दिया गया था, और हम, दुल्हन, हर वचन को पूरी तरह से समझते हैं और विश्वास करते हैं

यहां है ये। वह एक प्रमाणित भविष्यव्यक्ता को भेज रहा है।

वह एक भविष्यव्यक्ता को भेज रहा है लगभग दो हज़ार वर्षों के बाद।

वह किसी ऐसे मनुष्य को भेज रहा है जो संगठन, शिक्षा और धर्म की दुनिया से बहुत ही दूर है कि जैसे कि यूहन्ना बप्तिस्मा देने वाला और पुराने समय का एलिय्याह,

वह केवल परमेश्वर की सुनेगा

उसके पास “यहोवा यों कहता है” होगा और वह परमेश्वर की ओर से बोलेगा।

वह परमेश्वर का मुख होगा

वह, जैसा कि मलाकी 4:6 घोषणा करता है, बच्चों के ह्रदय को पूर्व-पिताओं की ओर फेरेगा।

वह अंतिम दिन के चुने हुओ को वापस लाएगा और वे लोग एक प्रमाणित भविष्यवक्ता को बिल्कुल वही सच्चाई को देते हुए सुनेंगे जैसे ये पौलुस के साथ थी।

वह सत्य को वापस लौटायेगा जैसा उनके पास था।

और उस दिन उसके साथ चुने हुए लोग ही वे होंगे जो वास्तव में प्रभु को प्रकट करेंगे और उसका शरीर और उसकी आवाज़ बनेंगे और उसके कार्य को करेंगे। हाल्लेलुय्या! क्या आप इसे देख रहे हैं?

हम इसे देखते हैं। हम इस पर विश्वास करते हैं। हम इस पर विश्राम कर रहे हैं।

आपको आमंत्रित किया जाता है कि आकर आप हमारे साथ जुड़ें, जब हम परमेश्वर की आवाज़ को सुनते हैं, वह आवाज़ जो यीशु मसीह की दुल्हन को, उसके प्रमाणित भविष्यवक्ता को एकजुट करेगी, जब वह हमें बिल्कुल उसी सच्चाई को बताता है, दोपहर 12:00 बजे, जेफरसनविले के समय पर।

भाई जोसफ ब्रंहम

 

65-0725M—अंत समय के अभिषिक्त

 

 

शनिवार, 27 जुलाई 2024

प्रिय मसीह की दुल्हन, आइए हम रविवार को जेफरसनविले समयानुसार दोपहर 12:00 बजे एकत्रित होकर सुनें 65-0718E सही समय पर आत्मिक भोजन।

भाई जोसफ ब्रंहम

 

 

शनिवार, 20 जुलाई 2024

प्रिय मसीह की दुल्हन, आइए हम रविवार को दोपहर 12:00 बजे जेफरसनविले समय पर एक साथ एकत्र होकर सुनें 65-0718M - बिना परमेश्वर की इच्छा के परमेश्वर की सेवा का यत्न करना

भाई जोसफ ब्रंहम

 

 

शनिवार, 13 जुलाई 2024

प्रिय लज्जित ना होने वाली दुल्हन,

आज के जैसा समय या लोग कभी नहीं रहे। हम उस में हैं, उसने हमारे लिए जो कुछ खरीदा है हम उसके उत्तराधिकारी हैं। वो अपनी पवित्रता को हमारे साथ साझा कर रहा है, जब तक कि हम उसमें परमेश्वर की धार्मिकता नहीं बन जाते।

वो हमें दिव्य विधान के द्वारा पहले से ही जानता था कि हम उसकी दुल्हन होंगे। उसने हमें चुना, हमने उसे कभी नहीं चुना। हम अपनी इच्छा से नहीं आए, यह उसका चुना जाना है। अब उसने हमारे ह्रदय और प्राण में अपने वचन के सम्पूर्ण प्रकाशन को रख दिया है।

दिन प्रति दिन, वह अपने वचन को हम पर प्रकट कर रहा है, अपनी आत्मा को हम पर उंडेल रहा है, अपने उसी जीवन को हम में प्रकट कर रहा है। उसकी दुल्हन कभी भी अपने हृदय में इस प्रकार से स्थिर नहीं हुई है जानते हुए कि वे उसकी सिद्ध इच्छा में हैं, और उसकी योजना में हैं, उसके वचन के साथ रहने के द्वारा, उसकी आवाज को सुनते हुए।

परमेश्वर का प्रेम और यह संदेश हमारे ह्रदय को भर देता है इतना तक कि यह बस उमड़ने लगता है। वहां ऐसा कुछ भी नहीं है जिसे हम सुनना चाहते हो, उसके विषय में बात करना चाहते हो, उस पर संगति करना चाहते हो या बस एक परिच्छेद को साझा करते है जिसे हमने अभी सुना है और प्रभु की स्तुति करते हैं।

हम मूसा के जैसे है जो वहां पीछे रेगिस्तान में था। हम सर्वशक्तिमान परमेश्वर के आमने-सामने चले हैं, और हम देखते हैं कि वो आवाज़ हमसे बात कर रही है; बिल्कुल ठीक उसी वचन और समय की प्रतिज्ञा के साथ। इसने हमारे साथ कुछ तो किया है। हम इससे लज्जित नहीं होते हैं। हम इसे दुनिया के सामने घोषित करना पसंद करते हैं। हम विश्वास करते हैं कि प्रभु यीशु इस समय का संदेश हैं और हम उसकी दुल्हन हैं।

उसने हमें अपने वचन से मज़बूत किया है। इसमें संदेह की कोई छाया नहीं है, यह परमेश्वर का प्रदान किया हुआ मार्ग है। परमेश्वर अपने वचन के प्रति अपने मन को कभी नहीं बदलता। उसने अपनी दुल्हन को बाहर बुलाने के लिए अपने सातवें दूत को चुना, और फिर उसे अपने वचन के अनुरूप रखता है।

इस जीवन में उसके और उसके वचन के अलावा कुछ भी नहीं है। हमें इससे अधिक नहीं मिल सकता। यह हमारे लिए जीवन से बढ़कर है। सुसमाचार और सर्वशक्तिमान परमेश्वर की सामर्थ दुनिया भर में पहले से कहीं ज्यादा फैल गई है। वचन अब दुल्हन के हाथों और कानों में है। अलगाव का समय अब जगह ले रहा है, जब परमेश्वर दुल्हन को बुला रहा है, और शैतान कलीसिया को बुला रहा है।

हम आपसे और आपके वचन से प्रेम करते हैं, प्रभु। हमें इससे अधिक नहीं मिल सकता। हम प्रतिदिन आपके वचन की उपस्थिति में बैठते हैं, परिपक्व हो रहे हैं, आपके शीघ्र आगमन के लिए तैयार हो रहे हैं। पिता, यह बहुत ही निकट होना चाहिए। हम इसे महसूस कर सकते हैं, प्रभु। हम बड़ी अपेक्षा के साथ प्रतीक्षा कर रहे हैं।

पिता, ऐसा हो कि हम और अधिक ईमानदार बनें और हमारी प्रतिज्ञाओं को फिर से नवीनीकृत करें। हम जानते हैं कि हमारा विश्वास जो आपके वचन में है हमारे हृदय में जल रहा है। आपने सारे संदेह को दूर कर दिया हैं। वहां पर आपके वचन के अलावा कुछ भी नहीं है। हमें यकीन है, और हम दुनिया को यह बताने में कभी लज्जित नहीं होते है, कि हम आपकी टेप दुल्हन हैं।

मैं दुनिया को आमंत्रित करना चाहता हूँ कि आकर इस रविवार दोपहर 12:00 बजे, जेफरसनविले समय पर हमारे साथ सुनें, जब हम संदेश को सुनते है: लज्जित 65-0711

भाई जोसफ ब्रंहम

 

संदेश सुनने से पहले पढ़े जाने वाले वचन:

संत मरकुस 8:34-38

 

 

जुडी हुई सेवाएं
शनिवार, 6 जुलाई 2024

प्रिय सिद्ध इच्छा दुल्हन,

दिन निकल चुका है और प्रभु का आगमन निकट है। द्वार बंद हो रहा है और समय निकलते जा रहा है, क्या ऐसा पहले ही नहीं हो चूका है। ये बहुत देर हो चुकी है यहाँ-वहां भटकते फिरना; ये हवा से हिलते हुए सरकंडे की तरह होगा; खुजली वाले कान की तरह होगा। समय आ चूका है साफ़-साफ़ निर्णय को ले। उसकी दुल्हन होने के लिए मुझे क्या करना चाहिए?

क्या परमेश्वर कभी अपना विचार अपने वचन के प्रति बदलता है?कभी भी नहीं। तब तो हमें हर एक दिन, पूरे ह्रदय से और प्राण से उसकी सिद्ध इच्छा में रहने का प्रयत्न करना चाहिए। हमें अवश्य ही खुद को उसकी इच्छा और उसके वचन के प्रति समर्पित करना चाहिए। इस पर कभी प्रश्न न करें, बस इस पर विश्वास करें और इसे स्वीकार करें। इसके इर्द-गिर्द कोई रास्ते को ढूंढने की कोशिश न करें। इसे वैसे ही ले जैसा यह है।

इस संदेश में भविष्यव्यक्ता हमें बताता हैं कि उसका पूरा उद्देश्य हमें यह दिखाना है कि परमेश्वर को परमेश्वर बने रहने के लिए अपने वचन का पूरा करना होगा, लेकिन बहुत से लोग इसके इर्द-गिर्द जाकर, और कोई दूसरा रास्ता लेना चाहते हैं। जब वे ऐसा करते हैं, तो वे अपने आप को आगे बढ़ते हुए पाते हैं, और परमेश्वर उन्हें आशीष देता हैं, लेकिन वे परमेश्वर द्वारा दी गयी अनुमति की इच्छा में काम कर रहे हैं, न कि उनकी सिद्ध, दिव्य इच्छा में।

भविष्यव्यक्ता हमें वापस वचन की ओर ले जाता है और हमें उदाहरण को देता है कि उसकी ओर देखे, अध्ययन करे, और हमें याद दिलाता है, परमेश्वर अपना विचार नहीं बदलता या अपना तरीका नहीं बदलता है, वह परमेश्वर है और नहीं बदलता है।

अब, हम देखते हैं कि ये दोनों आत्मिक पुरुष थे, दोनों ही भविष्यव्यक्ता थे, दोनों को बुलाया गया था। और मूसा, कर्तव्य की पंक्ति में था, हर एक दिन उसके सामने एक ताजा अग्नि का स्तंभ, परमेश्वर की आत्मा उस पर है, कर्तव्य की पंक्ति में था। यहाँ परमेश्वर का एक और सेवक आता है, जिसे परमेश्वर ने बुलाया है, परमेश्वर ने ठहराया है, एक भविष्यव्यक्ता जिसके पास परमेश्वर का वचन आता है। यहाँ वो खतरे की रेखा है। कोई भी इस बात पर विवाद नहीं कर सकता कि वह परमेश्वर का—परमेश्वर का मनुष्य है, क्योंकि बाईबल ने कहा कि परमेश्वर की आत्मा ने उससे बात की, और वह एक भविष्यव्यक्ता था।

प्रभु, यह कितना नजदीक है? मैं भला कैसे जान सकता हूँ, जब दोनों ही भविष्यव्यक्ता थे? दोनों ही आत्मा से भरे हुए मनुष्य हैं जिन्हें परमेश्वर ने बुलाया है, परमेश्वर के ठहराये हुए है; परमेश्वर के भविष्यव्यक्ता जिनके पास परमेश्वर का वचन आता है। दोनों ही कह रहे हैं कि पवित्र आत्मा उनका नेतृत्व कर रहा है।

आइए परमेश्वर का सांतवा दूत संदेशवाहक क्या कहता है इसके बारे में कुछ परिच्छेदों को ध्यान से पढेंगे और अध्ययन करेंगे। हम वही चाहते हैं जो वह कहता है; न कि वह जो कलीसिया कहती है, जो डॉक्टर जोन्स कहता हैं, या कोई और क्या कहता है। हम वही चाहते हैं जो उसके भविष्यव्यक्ता के द्वारा यहोवा यों कहता है।

मूसा, जो प्रभु के वचन के साथ ठहराया हुआ भविष्यव्यक्ता था, उसने यह प्रमाणित किया कि उसे उस समय पर उनका नेतृत्व करने के लिए चुना गया था , और अब्राहम ने इन सभी बातों की प्रतिज्ञा की थी,…

कोई भी मूसा का स्थान नहीं ले सकता था। चाहे कितने भी कोरह और कितने भी दातान उठ कर खड़े हों जाये; चाहे जो भी हो, यह मूसा ही था, जिसे परमेश्वर ने बुलाया था।

मूसा ही वह एक था जिसे परमेश्वर ने लोगों का नेतृत्व करने के लिए चुना था। अन्य लोग भी उठ खड़े हुए और कहा कि वे अभिषिक्त हैं, वे भी पवित्र आत्मा से भरे हुए लोग हैं। परमेश्वर ने उन्हें भी नेतृत्व करने के लिए बुलाया है। लेकिन मूसा उसकी मूल इच्छा का नेतृत्व करने वाला था कि उनका नेतृत्व करे।

लेकिन, और यदि लोग उसकी सिद्ध इच्छा के अनुसार नहीं चलेंगे, तो उसके पास एक अनुमति दी गयी इच्छा होती है जिसमें वह आपको चलने देगा। ध्यान दें, वह इसकी अनुमति देता है, ठीक है, लेकिन वो अपनी महिमा के लिए, अपनी सिद्ध इच्छा के अनुसार इसे पूरा करेगा। अब यदि आप चाहें तो…

कोई भी परमेश्वर द्वारा अनुमति दी गयी इच्छा में नहीं रहना चाहता है। सच्ची दुल्हन उसकी सिद्ध इच्छा में रहना चाहती है, हर समय, चाहे कोई भी कीमत क्यों न चुकानी पड़े।

टेप को चलाने के महत्व पर बहुत सारी असहमतियाँ है, विचार है, गड़बड़ी है, राय हैं।

हम सभी जानते हैं कि यही वो वाद-विवाद का विषय है जिससे आज संदेश के विश्वासी लोग अलग-अलग हो चुके है। हम जानते हैं कि दुल्हन को अवश्य ही, और होना ही है, कि एक साथ एकत्र हो; यही वचन है।

आज कलीसिया में आत्मा से भरे हुए, परमेश्वर द्वारा बुलाए गए लोग हैं। वे परमेश्वर के अभिषिक्त मनुष्य हैं जिन्हें इस संदेश का प्रचार करने के लिए बुलाया गया है। लेकिन उनमें से कोई भी ऐसा नहीं है जिस पर हम सभी सहमति दे सकें।

वे भला दुल्हन को एकजुट करने वाले कैसे हो सकते हैं? क्या हम उनकी सेवकाई के इर्द-गिर्द एकजुट हो सकते हैं? सचमुच उन्हें अपने झुंड का नेतृत्व करने के लिए बुलाया गया है, लेकिन उन्हें परमेश्वर की मूल योजना की ओर वापस ले जाना है। जो उसका नेतृत्व करने वाला है। उसका भविष्यव्यक्ता। ना की उनकी सेवकाई।

यदि वे आपको यह नहीं सिखा रहे हैं कि टेप पर जो आवाज़ है, वही वह एक है जिसका अवश्य ही आपको अनुकरण करना चाहिए, और आपको अवश्य ही विश्वास करना चाहिए कि यही सबसे महत्वपूर्ण आवाज़ है जिसे आपको सुनना है, तो वे केवल उसके द्वारा दी गयी अनुमति की इच्छा में हैं।

यदि वे आपको ये बताते हैं कि यह सबसे महत्वपूर्ण आवाज़ है, और वे सचमुच इसका विश्वास करते है, तो वे हर बार जब आप साथ एकत्र होते हैं तो बटन को दबाकर क्यों नहीं चला सकते?

यदि आप निश्चित करना चाहते हैं, निश्चित रूप से, कि आप उसकी सिद्ध इच्छा में हैं, तो केवल एक ही निश्चित तरीका है। वह ये है कि टेप पर परमेश्वर की प्रमाणित आवाज़ को सुने।

पहली बात जो आप जानते हैं, एक टेप उनके घर में चलाई जाती है। बस इतना ही करना है, उसके बाद। यदि वह भेड़ है, तो वह उसके साथ-साथ आती है। यदि वह बकरी है, तो वह टेप को बाहर कर देती है।

मुझे यह अवश्य ही निश्चित करना होगा। मैं ऐसा नहीं कर सकता, और ना ही करूंगा, कि अपनी अनंत मंजिल के साथ जरा सा भी खतरा मोल लूं। मैं जानता हूं कि टेप पर जो आवाज़ है, वह दुल्हन के लिए परमेश्वर की आवाज़ है। मैं जानता हूं कि ये गलतियाँ नहीं करती। मैं जानता हूं कि अग्नि के स्तंभ के द्वारा इसे प्रमाणित किया गया था। मैं जानता हूं कि यह वही है जिसे परमेश्वर ने अपनी दुल्हन का नेतृत्व करने के लिए चुना है। मैं जानता हूं कि यह आवाज़ ही एकमात्र आवाज़ है जो दुल्हन को एकजुट कर सकती है और करेगी। मैं जानता हूं कि यह वही आवाज़ होगी जिसे मैं कहते हुए सुनूंगा “देखो, परमेश्वर का मेमना”।

मुझे बटन को दबाकर चलाना ही है और उस आवाज़ को सुनना है। आपको इस रविवार को दोपहर 12:00 बजे, जेफरसनविले के समयनुसार हमारे साथ आकर जुड़ने के लिए आमंत्रित किया जाता है, जब हम सुनते हैं: 65-0418E क्या परमेश्‍वर कभी अपना विचार अपने वचन के प्रति बदलता है?

 

भाई जोसफ ब्रंहम

हम परिच्छेद 61 से संदेश को आरंभ करेंगे।

 

 

संदेश सुनने से पहले पढ़ने के लिए वचन:

निर्गमन 19वाँ अध्याय
गिनती 22:31
संत मत्ती 28:19
लूका 17:30
प्रकाशितवाक्य 17वाँ अध्याय