
Sun Apr 26, 2020 10:00 AM EDT
प्रिय तीसरे निर्गमन की दुल्हन,
यदि आपके पास आत्मिक दृष्टि नहीं है, तो आप इसे समझ नहीं पायेंगे। लेकिन आत्मिक दृष्टि परमेश्वर की सामर्थ को कार्य करते हुए देख सकती है क्योंकि यह बिल्कुल ठीक वचन के साथ मेल खाता है। यह वचन है, और परमेश्वर का वचन कभी भी नहीं बदलता। जो उसने आरंभ में किया था, वही वो अब भी कर रहा है और आत्मिक दृष्टि इसे देखती है, इसका विश्वास करती है, और इसे सुनती है।
आज के लिए परमेश्वर के द्वारा प्रदान किये गए मार्ग के बारे में मेरा जो विश्वास है उसमें दुनिया मुझसे असहमत हो सकती है: सबसे महत्वपूर्ण आवाज़ जो आपको अवश्य ही सुनना चाहिए, वह है टेपों पर परमेश्वर की आवाज़। आपको अवश्य ही अपनी कलीसियाओं में टेप चलाना चाहिए, लेकिन यदि आप सचमुच में इस संदेश पर विश्वास करते हैं, तो आप परमेश्वर का भविष्यव्यक्ता जो कहता है उससे असहमत नहीं हो सकते।
इस रविवार हम इकट्ठा होंगे जैसे इब्रानी बच्चे एकत्र हुए जिससे कि उस मन्ना को प्राप्त करे जो उनके लिए उन्हें रात भर में प्रदान किया गया था, जो उन्हें आने वाले पूरे दिन शक्ति को प्रदान करेगा। हम अपने आत्मिक मन्ना के लिए इकट्ठा होंगे जो हमें हमारे महान जल्द आने वाले निर्गमन के लिए शक्ति को प्रदान करेगा।
बस इससे बेहतर कोई तरीका नहीं है कि परमेश्वर की आवाज़ स्वयं ही अपने बारे में बताये, और यह संदेश जो हम सुनने जा रहे हैं यह इससे भरा हुआ है!
परमेश्वर ने जंगल में एक मनुष्य को लिया, उसे प्रशिक्षित किया। और उसे वापस लाया, और उस चीज़ को अपने हाथ में लिया, और लोगों को बाहर निकाला। समझे मैं क्या कहना चाहता हूँ? वह अपनी योजना को नहीं बदल सकता। वो परमेश्वर है।
तो यहाँ वह हमें साफ-साफ़ बताता है कि वह अपनी योजना को कभी नहीं बदलता। जो उसने आरंभ से किया, वो अंत में इसे फिर से करेगा, उसने प्रतिज्ञा की। इसलिए अब हमें अवश्य ही यह जानना होगा कि उसकी योजना तब क्या थी क्योंकि अब भी ये वही योजना होगी।
वह कभी भी किसी झुण्ड के साथ व्यवहार नहीं करेगा। उसने कभी नहीं किया। वह एक व्यक्तिगत के साथ व्यवहार करता है; और उसने किया, और वह करेगा। उसने यहाँ तक मलाकी 4 में भी प्रतिज्ञा की कि वह ऐसा करेगा।
वह कभी किसी झुण्ड के साथ व्यवहार नहीं करता। इसलिए, उसने हमारे समय में प्रतिज्ञा की कि वह एक मनुष्य, मलाकी 4 को यहोवा यों कहता है साथ भेजेगा।
बिलकुल सही है। तो यह उसकी प्रतिज्ञा है, वो क्या था; उसने जो कहा, उसे पूरा करने की प्रतिज्ञा, और अब हम यहाँ हैं। हमें कितने खुश लोग होना चाहिए; उन्हें चिन्ह को दे रहा है, उसके प्रतिज्ञा किये गये वचन चिन्ह के द्वारा, प्रतिज्ञा किये गये। उसने प्रतिज्ञा की कि वह इसे करेगा।
उस समय परमेश्वर ने अपनी दुल्हन की अगुवाई करने का चुनाव कैसे किया?
परमेश्वर ने चुना, निर्गमन के दिनों में, एक झुण्ड को बाहर बुलाया। और उस झुण्ड में से, मैं चाहता हूँ कि आप किसी चीज पर ध्यान दें, उसके पास केवल दो ही व्यक्ति थे जो प्रतिज्ञा किए गए देश में चले गए। उन्हें बाहर निकालने के लिए उसने किसे चुना?
यहाँ है ये। आत्मिक मन के लिए यह समझना बहुत ही आवश्यक है। परमेश्वर ने दुल्हन की अगुवाही कैसे की और उसे प्रतिज्ञा किए गए देश में कैसे ले गया?
राजनीति? संगठन? उसने एक भविष्यव्यक्ता को चुना, जिसके पास अग्नि के स्तंभ का एक आलौकिक चिन्ह था, जिससे कि लोग ग़लतफ़हमी में न पड़ें। भविष्यव्यक्ता ने जो कहा वो सत्य था। और परमेश्वर नीचे उतर आया, एक अग्नि के स्तंभ में, खुद को प्रमाणित किया, अपने वचन को दिखाया। यह सही है? यही है जो वह लेकर आए, उसका पहला निर्गमन। उसका दूसरा निर्गमन…
इसलिए, यह सुनिश्चित करने के लिए कि लोग कोई गलती न करें, उसने उनके महान निर्गमन के लिए अग्नि स्तंभ के एक आलौकिक चिन्ह के साथ एक भविष्यव्यक्ता को भेजा।
उसने क्या किया, पहले निर्गमन में? उसने एक भविष्यव्यक्ता को भेजा, जिसका अभिषेक अग्नि के स्तंभ से हुआ था, और उसने लोगों को बाहर बुलाया। यही उनका पहला निर्गमन था…
दूसरे निर्गमन में, उसने एक भविष्यव्यक्ता को ले आया, अभिषिक्त, जो उसका पुत्र था, परमेश्वर-भविष्यव्यक्ता। मूसा ने कहा कि वह एक भविष्यव्यक्ता होगा; और उसके पास अग्नि का स्तंभ था, और उसने चिन्ह और अद्भुत कार्य किए…
और यहाँ उसने अंतिम दिनों में निर्गमन में भी यही प्रतिज्ञा की, और वो इसे बदल नहीं सकता…
बहुत से लोग यह कहते हुए सहमत होंगे कि हाँ, उसने एक दुल्हन को बाहर बुलाने के लिए एक भविष्यव्यक्ता को भेजा था, लेकिन अब पवित्र आत्मा सेवकाई के द्वारा दुल्हन का नेतृत्व करेगा ; लेकिन उसने ऐसा नहीं कहा…आइए आगे पढ़ना जारी रखेंगे।
ध्यान दे वो अग्नि का स्तंभ जिसने उन्हें बाहर बुलाया, एक भविष्यव्यक्ता के अभिषेक के नीचे प्रतिज्ञा किये हुए देश की ओर उनकी अगुवाई की। एक अग्नि का स्तंभ जिसकी ओर वे देख सकते थे, अभिषिक्त भविष्यव्यक्ता के नीचे, प्रतिज्ञा किये गये देश की ओर उनकी अगुवाई की। और उन्होंने उससे हर बार मुंह मोड़ दिया। यह सही है? बिल्कुल।
यही अग्नि का स्तंभ लोगों को फिर से प्रतिज्ञा किये गये देश, सह-शताब्दी की ओर अगुवाही कर रहा है।
अग्नि का स्तंभ, परमेश्वर के नेतृत्व के नीचे…परमेश्वर अग्नि था, और अग्नि के स्तंभ ने केवल भविष्यव्यक्ता का अभिषेक किया । अग्नि के स्तंभ को स्वर्गीय गवाह के रूप में खड़ा होना था कि मूसा को बुलाया गया था।
अब, याद रखें, मूसा अग्नि का स्तंभ नहीं था। वह उस अग्नि के स्तंभ के नीचे अभिषिक्त अगुआ था, और अग्नि के स्तंभ ने केवल चिन्हों और अद्भुत कार्यों के द्वारा उसके संदेश को प्रमाणित किया।
इसमें कोई गलती नहीं है, मित्रों। यह मैं नहीं कह रहा हूँ; मैं तो बस आपका भाई हूँ। लेकिन, यह परमेश्वर है जो आपको साबित कर रहा है, यही है जो इसे सत्य बनाता है। वही अग्नि का स्तंभ जिसका उपयोग उसने बाकी दो के लिए किया था, इसे आज आपके बीच में लाया हैं और वैज्ञानिक प्रमाणों के द्वारा इसे साबित किया है।
परमेश्वर अपनी योजना को कभी नहीं बदलता। आज परमेश्वर के पास अपनी दुल्हन के लिए प्रदान किया गया मार्ग है: अग्नि का स्तंभ, परमेश्वर के नेतृत्व के नीचे…परमेश्वर अग्नि था, और अग्नि के स्तंभ ने केवल भविष्यव्यक्ता का अभिषेक किया।
केवल एक ही आवाज़ है, एक ही भविष्यव्यक्ता, जिसके पास यहोवा यों कहता है वाला वचन था, विलियम मेरियन ब्रंहम। वो अग्नि का स्तंभ नहीं हैं, लेकिन उस अग्नि के स्तंभ के नीचे अभिषिक्त अगुआ हैं।
हम सभी परमेश्वर की सिद्ध इच्छा में रहना चाहते हैं। उसका वचन ही उसकी सिद्ध इच्छा है। हमारे समय के लिए प्रमाणित वचन ही यह संदेश है। उसके भविष्यव्यक्ता को उसकी दुल्हन का नेतृत्व करने के लिए चुना गया था। यदि आप इस पर विश्वास नहीं करते, तो आप उसकी दुल्हन नहीं बन सकते।
आइए और हमारे साथ रविवार को दोपहर 12:00 बजे जेफरसनविले समय पर परमेश्वर के सिद्ध वचन को सुनते हुए हमारे महान निर्गमन की तैयारी करें, जब हम सुनते है: तीसरा निर्गमन 63-0630M।
भाई जोसफ ब्रंहम