रविवार
08 सितंबर 2024
65-0822M
मसीह अपने स्वयं के वचन में प्रकट हुआ

प्रिय ब्रंहम टेबरनेकल,

हमारी आंखें कितनी धन्य हैं; क्योंकि वे देखती हैं। हमारे कान कितने धन्य हैं; क्योंकि वे सुनते हैं। भविष्यव्यक्ताओं और धर्मी लोगों ने उन चीजों को देखने और सुनने की इच्छा रखी जो हमने देखी और सुनी हैं, लेकिन उन्होंने नहीं देखा और सुना। हमने परमेश्वर की आवाज को देखा और सुना है।

स्वयं परमेश्वर ने चुना कि अपने भविष्यव्यक्ताओं के द्वारा उसकी बाईबल को लिखे। परमेश्वर ने भी स्वयं चुना कि अपने भविष्यव्यक्ता के जरिये से अपनी दुल्हन को इस अंतिम समय में अपने सारे रहस्यों को प्रकट करे। यह उसके गुण है, उसके व्यक्त किये गये वचन हैं, जो इसे पूरी तरह उसका एक भाग बनाते हैं।

जब हमारा युग आ पहुंचा, तो उसके पास उसका भविष्यव्यक्ता था जो उसी समय पर आया। उन्होंने उसे प्रेरित किया और उसके जरिये से बात की। यह उसका पहले से ठहराया हुआ और प्रदान किया गया मार्ग था। जैसे कि बाईबल, यह परमेश्वर का वचन है, न कि मनुष्य के शब्द।

हमारे पास अवश्य ही एक परम सत्य, एक आखरी; अंतिम वचन होना है। कुछ लोग कहते हैं कि बाईबल ही उनका परम सत्य है, न कि टेप पर जो कहा गया है; मानो वे कुछ और कह रहे हों। यह बहुत ही अद्भुत है कि कैसे परमेश्वर ने अपने वचन के सच्चे प्रकाशन को बहुत से लोगों से छिपा कर रखा है, लेकिन अपनी दुल्हन के लिए इसे प्रकट किया है और इसे बहुत ही स्पष्ट किया है। अन्य लोग बस इसके लिए कुछ नहीं सकते, वे अंधे हैं और उनके पास परमेश्वर के प्रकट वचन का सम्पूर्ण प्रकाशन नहीं है।

परमेश्वर ने अपने वचन को बोला (बाईबल) अपने भविष्यव्यक्ता के जरिये से और हमें बताया, “परमेश्वर, जिसने समय-समय पर और भिन्न-भिन्न तरीकों से बीते समय में पूर्वजों से भविष्यव्यक्ताओ के जरिये से बात की थी”। इस प्रकार, परमेश्वर के भविष्यव्यक्ताओ ने बाईबल लिखी। यह वे लोग नहीं थे, लेकिन परमेश्वर उनके जरिये से बोल रहा था।

उसने कहा कि हमारे दिनों में वह हमें सारी सच्चाई में अगुवाही करने के लिए अपनी सत्य की आत्मा को भेजेगा। वह अपने बारे में नहीं बोलेगा; लेकिन जो कुछ वह सुनेगा, वही बोलेगा: और वह हमें आने वाली बातें बताएगा।

टेपो पर संदेश परमेश्वर की प्रगट हुई सच्चाई है। इसे किसी अनुवाद की आवश्यकता नहीं है। यह परमेश्वर है जो टेप पर बोलते समय अपने वचन का अनुवाद स्वयं कर रहा है।

दूसरे लोग जो बोलते हैं, उसमें कोई निरंतरता नहीं होती, केवल जो परमेश्वर बोलता है। टेप पर जो कहा गया है, वही एकमात्र आवाज़ है जो कभी नहीं बदलेगी। मनुष्य बदलते हैं, विचार बदलते हैं, अनुवाद बदलते हैं; परमेश्वर का वचन कभी नहीं बदलता। ये दुल्हन का परम सत्य है।

भविष्यव्यक्ता हमें एक अंपायर का उदाहरण देता है जो गेंद या बॉल के खेल में परम सत्य होता है। उसका शब्द अंतिम होता है। आप उस पर सवाल नहीं उठा सकते। वह जो कहता है, बस, वही पूर्ण विराम है। अब अंपायर के पास एक नियम की पुस्तक होती है जिसका उसे अवश्य ही पालन करना होता है। यह उसे बताती है कि बॉल किस दायरे में होना है या बॉल को मारने का दायरा कहाँ हैं, आप कब अंदर होते हैं और कब आउट होते हैं; बॉल के खेल के लिए नियम क्या हैं।

वह उस पुस्तक को पढ़ता है और अध्ययन करता है, इसलिए जब वह बोलता है, और अपना निर्णय देता है, तो वो नियम होता है, वो शब्द अंतिम शब्द होता है। आपको उसी पर बने रहना है जो वो कहता है, कोई सवाल नहीं, कोई तर्क-वितर्क नहीं, वह जो भी कहता है, उसे उसी तरह से ही होना है और उसे बदला नहीं जा सकता। महिमा।

भाई ब्रंहम ने यह नहीं कहा कि आपको प्रचार नहीं करना चाहिए, या शिक्षा नहीं देना चाहिए; इसके विपरीत, उसने कहा कि प्रचार करो, और अपने पास्टर को सुनो, लेकिन टेप पर परमेश्वर की आवाज़ आपका परम सत्य होना चाहिए।

एक बांधने का स्थान होना चाहिए; दूसरे शब्दों में, एक अंतिम। हर किसी के पास अवश्य ही वह परम होना है। यह अंतिम शब्द है। परमेश्वर ने इसे पाने के लिए केवल एक ही स्थान को प्रदान किया है, टेप पर परमेश्वर की आवाज़। यह परमेश्वर के वचन का दिव्य अनुवाद है। यह अंतिम वचन है, वो आमीन, यहोवा यों कहता है वाला वचन है।

यीशु ने स्वयं कहा कि हम उन्हें “ईश्वर” कहते हैं, जिन्होंने उसका वचन बोला; और वे ईश्वर थे। उसने कहा कि जब भविष्यव्यक्ताओं को परमेश्वर की आत्मा से अभिषिक्त किया गया, तो वे बिल्कुल ठीक परमेश्वर का वचन लेकर आए। यह परमेश्वर का वचन था जो उनके जरिये से बोल रहा था।

यही कारण है कि हमारे भविष्यव्यक्ता इतने साहसी थे। उन्हें परमेश्वर के अचूक वचन को बोलने के लिए पवित्र आत्मा के द्वारा प्रेरित किया गया था। परमेश्वर ने उसे हमारे युग के लिए चुना था। उसने वह संदेश चुना जो वो बोलेगा, यहाँ तक कि हमारे भविष्यवक्ता का स्वभाव और वहां पर हमारे युग में क्या होगा।

जो वचन उसने बोले, जिस तरह से उसने काम किया, दूसरों को अंधा, लेकिन हमारी आँखें को खुला रखा। उसने उसे उस तरह के कपड़े भी पहनाए जो उसने पहने थे। उसका स्वभाव, उसकी महत्वाकांक्षा, हर एक चीज वैसा ही जैसा उसे होना चाहिए था। उसे सिद्ध रूप से हमारे लिए चुना गया, परमेश्वर की दुल्हन।

इसलिए, जब हम एक साथ आते हैं, तो यह वो आवाज़ होती है जिसे हम सुनने के लिए सबसे पहला स्थान देना चाहते हैं। हमारा विश्वास है कि हम परमेश्वर के उत्तम और चुने हुए संदेशवाहक के द्वारा बोले गए शुद्ध वचन को सुन रहे हैं।

हम जानते हैं कि दूसरे इसे देख या समझ नहीं सकते, लेकिन उसने कहा कि वे केवल अपने सभा के लोगों से ही बात कर रहा था। परमेश्वर ने दूसरों को जो कुछ चरवाहो के लिए दिया था, उसके लिए वह उत्तरदायी नहीं था; वो केवल इस बात के लिए उत्तरदायी था कि वो हमें किस तरह का भोजन खिला रहा हैं।

इसलिए हम कहते हैं कि हम ब्रंहम टेबरनेकल हैं, क्योंकि उसने कहा कि संदेश केवल टैबरनेकल में उसके लोगों के लिए था, वह छोटा झुंड जो टेप लेना और सुनना चाहता था। वो उनसे बात कर रहा था जिनका नेतृत्व करने के लिए परमेश्वर ने उसे दिया था।

उसने कहा, “यदि लोग वहाँ भोजन और अन्य चीजों को संकरित करना चाहते हैं, तो परमेश्वर से प्रकाशन को प्राप्त करें और वही करें जो परमेश्वर आपको करने के लिए कहते हैं। मैं भी वही काम करूँगा। लेकिन टेप पर ये संदेश केवल इस कलीसिया के लिए हैं।“

उसने कितना सरल बना दिया है कि अपनी दुल्हन के लिए परमेश्वर की आवाज़ को देखे और सुने और उसके निर्देशों का पालन करे।

यदि आप उस आवाज़ को सुनने के लिए हमारे साथ जुड़ना चाहते हैं, तो हम इस रविवार को दोपहर 12:00 बजे, जेफरसनविले समय के अनुसार, एक ही समय पर सुनेंगे: 65-0822M – “मसीह अपने स्वयं के वचन में प्रकट हुआ”।

यदि आप हमारे साथ नहीं जुड़ सकते हैं, तो मैं आपको प्रोत्साहित करता हूँ जब भी आप सुन सकते है इस संदेश को सुने।

भाई जोसफ ब्रंहम

 

संदेश सुनने से पहले पढ़ने के लिए वचन:

निर्गमन 4:10-12
यशायाह 53:1-5
यिर्मयाह 1:4-9
मलाकी 4:5
संत लूका 17:30
संत यूहन्ना 1:1 / 1:14 / 7:1-3 / 14:12 / 15:24 / 16:13
गलतियों1:8
2 तीमुथियुस 3:16-17
इब्रानियों 1:1-3 / 4:12 / 13:8
2 पतरस 1:20-21
प्रकाशितवाक्य 1:1-3 / 10:1-7 / 22:18-19