
प्रिय श्रीमती यीशु मसीह,
यदि हम हमारे जीवन में किसी भी चीज़ के बारे में सवाल पूछना चाहते हैं, तो उसका एक सच्चा जवाब होना चाहिए। कुछ ऐसा जवाब, जो हो सकता है उसके आसपास हो, लेकिन हर सवाल का एक सच्चा, सीधा जवाब होना है। इसलिए, हमारे जीवन में आने वाले हर एक सवाल का एक सच्चा, सही जवाब होना चाहिए।
यदि हमारे पास बाईबल से कोई सवाल है, तो उसका बाईबल से जवाब होना है। हम नहीं चाहते कि यह जवाब मनुष्यों के किसी झुण्ड से आए, कोई एक फलां संगति से, या किसी शिक्षक से, या किसी संप्रदाय से आये। हम चाहते हैं कि यह सीधे वचनों में से आए। हमें जानना अवश्य है: उसकी आराधना करने के लिए परमेश्वर का सच्चा और सही स्थान क्या है?
परमेश्वर ने चुना कि वो मनुष्य से भेंट करे; जो किसी कलीसिया में नहीं था, ना किसी संप्रदाय में था, ना किसी संस्था में, लेकिन मसीह में था। यही वो एकमात्र स्थान है जहाँ परमेश्वर मनुष्य से भेंट करेगा, और वह परमेश्वर की आराधना कर सकता है, जो मसीह में है। यही वो एकमात्र स्थान है। कोई फर्क नहीं पड़ता आप मेथोडिस्ट हों, बैपटिस्ट हों, कैथोलिक हों, प्रोटेस्टेंट हों, जो कोई भी आप हो, केवल एक ही स्थान है जहाँ पर आप सही तरह से परमेश्वर की आराधना कर सकते हैं, जो मसीह में है।
परमेश्वर की आराधना करने के लिए एकमात्र सही और चुना हुआ स्थान यीशु मसीह है; यही उसका एकमात्र प्रदान किया गया मार्ग है।
बाईबल ने मलाकी 4 में हमें एक उकाब की प्रतिज्ञा की है; एक प्रकाश स्तंभ जिसका हमें अनुसरण करना है। वो गुमराह होती कलीसिया को दिखाएगा कि वह इब्रानियों 13:8 है, यीशु मसीह कल, आज और युगानुयुग एक सा है। हमें लूका 17:30 में यह भी प्रतिज्ञा की गयी कि मनुष्य का पुत्र (उकाब) अपनी दुल्हन के लिए अपने आप को प्रकट करेगा।
प्रकाशितवाक्य 4:7 में, यह हमें बताता है कि चार पशु थे, जिनमें से पहला एक सिंह था। अगला पशु एक बैल था। फिर, अगला आने वाला एक मनुष्य था; मनुष्य सुधारक थे, मनुष्य की शिक्षा, धर्मज्ञान, और आदि-आदि।
लेकिन बाईबल ने कहा कि संध्या के समय, आने वाला अंतिम पशु एक उड़ता हुआ उकाब था। परमेश्वर अपने अंतिम समय की दुल्हन के लिए एक उकाब को प्रदान करेगा; जो स्वयं मनुष्य का पुत्र है, जो स्वयं को देह में प्रकट करता है ताकि अपनी दुल्हन का नेतृत्व करे।
बाईबल यह भी बताती है कि पुराने नियम में सारी पुरानी बातें, ये आने वाली चीजों की छाया थीं। जैसे-जैसे वह छाया नजदीक होती जाती है, नेगेटिव या वो छाया वास्तविकता में समा जाती है। उस समय जो बात घटित हुई वह आज जगह लेने वाली बातों की छाया है।
पहला शमूएल 8 में, पुराने नियम हमें बताता है कि परमेश्वर ने लोगों का नेतृत्व करने के लिए शमूएल भविष्यव्यक्ता को प्रदान किया था। लोगों ने उसके पास जाकर और उससे कहा कि उन्हें एक राजा चाहिए। शमूएल इतना निराश हो गया था कि उसका हृदय लगभग टूट गया।
परमेश्वर अपने लोगों का इस पवित्र, वचन के प्रमाणित भविष्यव्यक्ता के जरिये से नेतृत्व कर रहा था और उसे ऐसा महसूस हुआ कि उसे अस्वीकार कर दिया गया था। उसने लोगों को एकत्र किया और उनसे विनती की कि वे उस परमेश्वर से मुंह को ना मोड़े जिसने उन्हें बच्चों की तरह संभाला था, और उन्हें फलने-फूलने को लगाया और उन्हें आशीषित किया। लेकिन वे हठ्ठी बने रहे।
उन्होंने शमूएल से कहा, “तुम अपने नेतृत्व करने में कभी गलत नहीं रहे हो। तुम अपने धन संबंधी लेन-देन में कभी बेईमान नहीं रहे हो। तुमने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया है ताकि हमें प्रभु के वचन की रेखा में बनाये रखो। हम अद्भुत कामों की, बुद्धिमत्ता की, परमेश्वर के प्रबंध और सुरक्षा की सराहना करते हैं। हम इसमें विश्वास करते हैं। हम इसे पसंद करते है। और इसके अतिरिक्त, बिना इसके नहीं रहना चाहेंगे। बस हम ये चाहते हैं कि कोई राजा हमें युद्ध में नेतृत्व करे।
अब यकीनन जब हम युद्ध के लिए निकलते है तो हमारा लक्ष्य अभी भी यही है कि याजक आगे-आगे जाए और यहूदा उसके पीछे-पीछे चले, और हम तुरही को बजाये और जयजयकार करे और गाये। हम इनमें से किसी को भी रोकने का इरादा नहीं रखते। लेकिन हम एक ऐसा राजा चाहते हैं जो हम में से एक हो कि हमारा नेतृत्व करे ।”
यह उस दिन के संप्रदाय के लोग नहीं थे। यह असल में वे लोग थे जिन्होंने दावा किया था कि वह परमेश्वर का सच्चा भविष्यव्यक्ता था जिसे परमेश्वर ने उनका नेतृत्व करने के लिए चुना था।
“हाँ, तुम एक भविष्यव्यक्ता हो। हम संदेश पर विश्वास करते हैं। परमेश्वर तुम पर अपना वचन प्रकट करता है, और हम इसे पसंद करते है, और हम इसके बिना नहीं रहना चाहते, लेकिन हम चाहते हैं कि तुम्हारे अलावा कोई और हमारा नेतृत्व करे; जो हमारे अपने में से एक हो। हमारा अभी भी कहने का यही अभिप्राय हैं कि हम तुम्हारे द्वारा लाए गए संदेश पर विश्वास करते हैं। यह वचन है। तू भविष्यवक्ता हैं, लेकिन तू एकमात्र या सबसे महत्वपूर्ण आवाज़ नहीं हैं।”
आज संसार में अच्छे लोग हैं, अच्छी कलिसियाये हैं। लेकिन एक ही श्रीमती यीशु मसीह हैं, और हम ही वो हैं, वो एक जिनके लिए वह आ रहा हैं; उसकी पवित्र कुंवारी वचन दुल्हन जो परमेश्वर की एकमात्र प्रमाणित और सिद्ध आवाज़ के साथ बनी रहेगी जो कि यहोवा यो कहता है।
यदि आप इस रविवार को दोपहर 12:00 बजे, जेफरसनविले समय पर हमारे साथ जुड़ना चाहते हैं, तो हम तब भी संसार भर में फ़ोन के जरिये से प्रसारण को सुन रहे होंगे। यही है जो होने जा रहा है।
मेरे भाइयों, बहनों, मेरे दोस्तों, आज रात यहाँ जो इस स्थान पर और बाहर फ़ोन के जरिये से जुड़े है, आगे बढ़ो। बहुत से भिन्न-भिन्न राज्य, वहां बहुत दूर पूर्वी तट से लेकर पश्चिम तक सुन रहे हैं। मैं प्रार्थना करता हूँ, प्रिय परमेश्वर, वहां बहुत दूर उस ओर ट्युसान में, कैलिफ़ोर्निया में, ऊपर नेवादा और इडाहो में, वहां दूर पूर्व की ओर और आसपास, टेक्सास में; जब इस निमंत्रण को दिया जाता है, तो लोग छोटी-छोटी कलिसियाओं, पेट्रोल भरने के स्थान में, घरों में—में बैठकर सुनते हैं। हे परमेश्वर, होने पाए इस समय जो खोये हुये पुरुष या महिला, लड़का या लड़की है, वह आपके पास आ जाए। इसे ठीक अभी प्रदान करें। हम यीशु के नाम में यह प्रार्थना करते हैं कि वे सुरक्षित स्थान को पा ले जब कि यह समय है।
अब, प्रभु, उस चुनौती का सामना किया जा चूका है, कि शैतान, वह बड़ा धोखेबाज, उसे परमेश्वर की संतान को पकड़ के रखने का कोई अधिकार नहीं है। वह एक हारा हुआ जीव है। यीशु मसीह, एकमात्र आराधना का स्थान, एकमात्र सच्चा नाम, उसने उसे कलवरी पर हरा दिया है। और हम अभी उसके लहू का दावा करते हैं, कि उसने हर एक बीमारी, हर एक रोग को हरा दिया है।
और मैं शैतान को इस सभा के लोगों को छोड़ने के लिए कहता हूँ। यीशु मसीह के नाम में, इन लोगों से बाहर आ, और वे आजाद किये जाए।
जो कोई भी लिखित वचन के आधार पर अपनी चंगाई को स्वीकार करता है, अपने पैरों पर खड़े होने के द्वारा अपनी गवाही को दें और कहें, “मैं अब यीशु मसीह के नाम में अपनी चंगाई को स्वीकार करता हूँ।” अपने पैरों पर खड़े हो जाये।
परमेश्वर की स्तुति हो! आप वहाँ पर है। इधर देखे, अपंग लोग और इत्यादि उठ कर खड़े हो रहे है। परमेश्वर की स्तुति हो! ऐसा ही है। केवल विश्वास करे। वो यहाँ पर है।
भाई जोसफ ब्रंहम
परमेश्वर का चुना हुआ आराधना का स्थान 65-0220
संदेश सुनने से पहले पढ़ने के लिए वचन:
व्यवस्थाविवरण 16:1-3
निर्गमन 12:3-6
मलाकी 3रा और 4था अध्याय
लूका 17:30
रोमियों 8:1
प्रकाशितवाक्य 4:7