रविवार
03 अगस्त 2025
65-1205
चीजें जो होने को है
सभा शुरू होती है:
0
दिन
19
घंटे
40
मिनट
35
सेकंड

Sun Apr 26, 2020 10:00 AM EDT

प्रिय परमेश्वर के गुण,

इस संदेश में बोला गया प्रत्येक वचन उसकी दुल्हन के लिए एक प्रेम पत्र है। यह सोचना कि हमारा स्वर्गीय पिता हमसे इतना प्रेम करता है, कि वह न केवल यह चाहता था कि हम उसका वचन पढ़ें, लेकिन वह यह भी चाहता था कि हम उसकी आवाज़ को हमारे हृदय से बोलते हुए सुनें जिससे कि वह हमें बता सके: “तुम मेरी जीवित वाणी हो, मेरे जीवित गुण हो, जिसे मैं संसार को दिखा सकता हूं।“

फिर यह सोचना कि उसके सारे बलिदानों के बाद जो उसने धरती पर किए, वो जीवन जो उसने जीया, वो मार्ग जिसमें वो चला, उसने केवल एक ही चीज़ माँगी:

“जहाँ मैं हूं, वहाँ वे भी हों।“ उसने हमारी संगति को माँगा, यही एकमात्र चीज़ है जो उसने प्रार्थना में पिता से माँगी, वो है आपकी हमेशा की सहभागिता।

जहाँ मैं हूं, “ उसका वचन ,” हमें भी अवश्य ही वहां होना है, ताकि उसकी संगति, उसकी सहभागिता, हमेशा के लिए पा सके। इसलिए, हमें टेपों पर उसके द्वारा बोले गए हर एक वचन के द्वारा जीना होगा ताकि उसकी कुंवारी वचन दुल्हन बने, जो कि हमें दूल्हे का भाग बनाता है।

यही इस घड़ी में यीशु मसीह का प्रकाशन है। ना ही किसी और घड़ी में वह जो था, लेकिन वह जो अभी हैं। आज के लिए वचन। जहाँ परमेश्वर आज हैं। यही आज का प्रकाशन है। यह अब दुल्हन में बढ़ रहा है, हमें सिद्ध पुत्र-पुत्रियों के पूरे डील-डौल में तैयार कर रहा है।

हम अपने आप को उसके वचन में देखते हैं। हम जानते हैं कि हम कौन हैं। हम जानते हैं कि हम उसकी योजना में हैं। यही आज के लिए परमेश्वर के द्वारा प्रदान किया गया मार्ग है। हम जानते हैं कि रैपचर निकट है। बहुत जल्द हमारे प्रियजन दिखाई देंगे। तब हम जान जायेंगे: हम पहुँच गए हैं। हम सब स्वर्ग जा रहे हैं…हाँ, स्वर्ग, एक ऐसी जगह जो बिल्कुल इसी तरह वास्तविक है।

हम एक वास्तविक स्थान में जा रहे हैं जहाँ हम चीजें करेंगे, जहाँ पर हम रहेंगे। हम काम करेंगे। हम आनंद करेंगे। हम जीयेंगे। हम जीवन की ओर जा रहे हैं, एक सच्चे अनंत जीवन की ओर। हम एक स्वर्ग, एक सुखभवन की ओर जा रहे हैं। ठीक जैसे आदम और हव्वा पाप के आने से पहले अदन की वाटिका में काम करते थे, रहते थे, खाते थे और आनंद लेते थे, हम फिर से वहीं वापस जा रहे हैं, सीधा वापस। पहले आदम ने पाप में से होते हुए हमें बाहर निकाला। दूसरा आदम धार्मिकता में से होते हुए हमें वापस अंदर लाता है; हमें धर्मी ठहराता है और वापस अंदर लाता है।

भला कोई शब्दों में कैसे बता सकता है कि हमारे लिए इसका क्या मायने रखता है? यह सच्चाई कि हम सुखभवन जा रहे हैं जहाँ हम अनंतता तक साथ रहेंगे। अब कोई दुःख, पीड़ा या शोक नहीं, बस सिद्धता पर सिद्धता।

हमारे हदय आनंदित हैं, हमारे प्राण हमारे भीतर जल रहे हैं। शैतान हर दिन हम पर अधिक से अधिक दबाव डाल रहा है, लेकिन हम फिर भी आनंद कर रहे हैं। क्यों:

• हम जानते हैं कि हम कौन हैं।
• हम जानते हैं, ना ही हमने उसे विफल किया है, ना ही हम करेंगे।
• हम जानते हैं कि हम उसकी सिद्ध इच्छा में हैं।
• हम जानते हैं, उसने हमें उसके वचन का सच्चा प्रकाशन दिया है।

भाई जोसफ, आप हर हफ़्ते उसी चीज को लिखते हैं। महिमा, मैं इसे हर हफ़्ते लिखूँगा क्योंकि वह चाहता है कि आप जानें कि वह आपसे कितना प्रेम करता है। आप कौन हैं। आप कहाँ जा रहे हैं। नकारात्मक, सकारात्मक में बदल रहा है। आप वचन हैं जो वचन बन रहे हैं।

प्रिय लोगों, इस रविवार दोपहर 12:00 बजे, जेफरसनविले समयानुसार, प्रसारण पर हमारे साथ जुड़ें, ना ही इसलिए कि “मैं” आपको आमंत्रित करता हूं, लेकिन इसलिए कि “वो” आपको आमंत्रित करता है। ना ही इसलिए कि “मैंने” टेप को चुना है, लेकिन इसलिए कि दुनिया भर में दुल्हन के एक भाग के साथ सभी एक ही समय में वचन को सुनें।

क्या हम यह महसूस कर सकते हैं कि दुल्हन के लिए सारे संसार में, ठीक एक ही समय पर परमेश्वर की आवाज़ को सुनना संभव है? यह परमेश्वर ही होगा। परमेश्वर ने भविष्यव्यक्ता से इस काम को करवाया था जब उसका दूत धरती पर था। उसने दुल्हन को प्रार्थना में एकजुट होने के लिए प्रोत्साहित किया, सभी को जेफरसनविले के एक ही समय पर, सुबह 9:00, दोपहर 12:00, दोपहर 3:00 बजे; अब यह कितना बढ़कर होगा कि दुल्हन एक साथ मिलकर परमेश्वर की आवाज़ को जो उनसे बोल रही है एक ही समय पर सुन सकती है?

भाई जोसफ ब्रंहम

 

संदेश: चीजें जो होने को है 65-1205

 

वचन:

संत मत्ती 22:1-14

संत यूहन्ना 14:1-7

इब्रानियों 7:1-10