
Sun Apr 26, 2020 10:00 AM EDT
प्रिय भाइयों और बहनों,
मैं प्रभु, परमेश्वर के वचन, इस संदेश, उसकी आवाज़, उसके भविष्यव्यक्त, उसकी दुल्हन से, जीवन से भी ज़्यादा प्रेम करता हूं। ये सभी मेरे लिए एक हैं। मैं कभी एक बिंदु भी, एक छोटा सा, या एक वचन भी जिसे परमेश्वर ने अपने वचन में लिखा या अपने भविष्यव्यक्ता के जरिये बोला उस पर समझौता नहीं करना चाहता। मेरे लिए, यह सब यहोवा यों कहता है वाला वचन है।
परमेश्वर ने इसे सोचा, फिर अपने भविष्यव्यक्ताओं को बोला, और उन्होंने उसके वचन को लिखा। फिर उसने अपने शक्तिशाली दूत, विलियम मेरियन ब्रंहम को हमारे दिन में धरती पर भेजा जिससे कि वह एक बार फिर से मनुष्य के शरीर में प्रकट हो सके, जैसा उसने अब्राहम के साथ किया था। फिर वो अपने भविष्यव्यक्ता के जरिये से संसार के लिए परमेश्वर की आवाज़ बनकर बोला, ताकि जगत की बुनियाद डालने से लेकर अब तक छिपे हुए सारे रहस्यों को अपनी पहले से ठहराई हुई दुल्हन के लिए प्रकट कर सके और अनुवाद कर सके।
अब, उसकी दुल्हन, आप, वचन को देहधारी बना रही हैं; उसके साथ एक हो रही हैं, उसकी पूरी तरह से लौटायी हुई वचन दुल्हन।
मैं जानता हूं कि मैं जो कहता हूं और लिखता हूं, उसमें मुझे गलत समझा जाता है। जैसा कि हमारे भविष्यव्यक्ता ने कहा, मैं नम्रतापूर्वक कह सकता हूं कि मैं शिक्षित नहीं हूं और मैं जानता हूं कि मैं अपने ह्रदय में जो महसूस करता हूं उसे सही ढंग से लिख या बोल नहीं सकता। मैं इस बात को मानता हूं कि कभी-कभी मुझे लगता है कि मैं बहुत कठोरता से लिख देता हूं। जब मैं ऐसा करता हूं, तो इसका उद्देश्य अनादर दिखाना, गलत रवैया अपनाना या किसी का न्याय करना नहीं है, लेकिन इसके विपरीत है। मैं ऐसा परमेश्वर के वचन के प्रति अपने हृदय में प्रेम के कारण करता हूं।
मैं चाहता हूं कि हर कोई संदेश को स्वीकार करे और उस पर विश्वास करे जिसे परमेश्वर के द्वारा अपनी दुल्हन को बुलाने के लिए भेजा गया है। मैंने अपने हदय में या मन में कभी यह नहीं सोचा कि सेवकों को अब और प्रचार नहीं करना चाहिए; यह परमेश्वर के वचन के विरुद्ध होगा। मैं बस टेपों पर परमेश्वर की आवाज़ के प्रति उत्साही हूं। मैं विश्वास करता हूं कि यह सबसे महत्वपूर्ण आवाज़ है जिसे सारे सेवकगण को लोगों के सामने अवश्य ही सबसे पहले रखना है। इसका मतलब यह नहीं है कि वे प्रचार नहीं कर सकते, मैं बस उन्हें प्रोत्साहित करना चाहता हूं कि जब लोग उस अभिषेक के नीचे इकट्ठा हों, तो वे उनकी कलीसियाओं में टेप को चलाये।
हाँ, मैं पसंद करता हूं कि सारी दुनिया एक ही समय में एक ही संदेश को दुनिया भर में सुने। इसलिए नहीं कि “मैंने” ऐसा कहा, या इसलिए कि “मैंने” सुनने के लिए टेप को चुना, लेकिन मैं महसूस करता हूं कि दुल्हन अवश्य ही देखेगी कि कैसे परमेश्वर ने हमारे समय में ऐसा घटित होने के लिए मार्ग बनाया है।
यदि आज हमारे पास यीशु के बोलने की रिकॉर्डिंग टेप पर होती, न कि मत्ती, मरकुस, लूका या यूहन्ना के लेखन में जो यीशु ने कहा (क्योंकि उन सभी ने इसे थोड़ा भिन्न कहा), लेकिन हम यीशु की आवाज़ को सुन सकते, उसके व्यक्तित्व को, उसकी टूटे फूटे बोलचाल के शब्दों में जैसे कि ना है, उठावत है और आवत है को अपने कानों से सुन पाते, तो क्या आज सेवकाई अपनी कलीसिया से कहती, “हम अपने कलीसिया में यीशु की रिकॉर्डिंग को नहीं चलायेंगे। मुझे इसका प्रचार करने और इसका हवाला देने के लिए बुलाया गया है और अभिषिक्त किया गया है। आप इस रिकॉर्डिंग को घर जाकर सुनें।“ क्या लोग इसके लिए खड़े होंगे? दुख की बात है, लेकिन आज वे ठीक यही कर रहे हैं। चाहे वे इसे कितना भी सफेदी देकर छिपाए, कोई फर्क नहीं पड़ता।
मेरे लिए, भाई ब्रंहम ने हमें एक उदाहरण दिया। उन्हें बहुत अच्छा लगता था जब सभी कलीसिया में, घर में, या जहाँ भी वे थे, एक साथ एक ही समय में जुड़कर सीधे प्रसारण से संदेश सुन सकते थे। वो जानते थे कि वे सुन सकते थे, टेप को प्राप्त कर सकते हैं और बाद में सुन सकते थे, लेकिन वो चाहते थे कि वे एकजुट होकर एक ही समय में संदेश को सुनें…मेरे लिए, यह परमेश्वर था जो अपनी दुल्हन को यह दिखा रहा था कि हमारे समय में क्या बात जगह लेगी और क्या करना है।
संदेश में विश्वास करने वाला हर एक सच्चा सेवक इस बात से सहमत होगा कि परमेश्वर की आवाज़ के अभिषेक के नीचे बैठने से बढ़कर कुछ भी नहीं है, जिसे रिकॉर्ड करके और टेप पर रखा गया है। दुल्हन विश्वास करेगी और उसके पास यह प्रकाशन होगा कि यह संदेश आज के लिए परमेश्वर का वचन है। मैं केवल वचन के आधार पर ही निर्णय को ले सकता हूं, लेकिन जो कोई भी यह नहीं कहता है कि यह संदेश उसका परम सत्य है, तो उसके पास आज के लिए वचन का कोई प्रकाशन नहीं है, तो भला वह उसकी दुल्हन कैसे हो सकती है?
सिर्फ़ इसका हवाला देना, प्रचार करना या सिखाना नहीं है, लेकिन टेप पर इसे सुनना ही एकमात्र ऐसा स्थान है जहाँ दुल्हन कह सकती है कि मैं हर एक वचन पर विश्वास करती हूं। यह संदेश यहोवा यों कहता है वाला वचन है। मैं जो प्रचार करता हूं या शिक्षा देता हूं ये यहोवा यों कहता हैं वाला वचन नहीं है, लेकिन टेप पर परमेश्वर की आवाज़ जो कहती है ये है…ये अग्नि के स्तंभ द्वारा प्रमाणित एकमात्र आवाज़ है।
मैं जानता हूं कि ऐसे भाई-बहन हैं जो कहते है और महसूस करते हैं, “यदि आप ब्रंहम टैबरनेकल द्वारा प्रकाशित संदेश नहीं सुनते, उकाब का इकठ्ठा होना के पत्र नहीं पढ़ते है, और एक ही समय पर अपने घरों में सुनते हैं, तो आप दुल्हन नहीं हैं,” या “कलीसिया जाना ग़लत है, आपको अपने घर में ही रहना है।“ यह बिल्कुल ग़लत है। मैंने ऐसा कभी नहीं सोचा, ना ऐसा कहा, या ना ऐसा विश्वास करता हूं। इसकी वजह से दुल्हन के बीच और भी ज़्यादा अलगाव हुए है, कड़वाहट आई है और संगती टूटी है और शत्रु इसका उपयोग लोगों को अलग करने के लिए कर रहा है।
मैं दुल्हन को कभी अलग नहीं करना चाहता, मैं दुल्हन को एक करना चाहता हूं जैसे वचन कहता है कि हमें अवश्य ही एक होना चाहिए। हमें एक-दूसरे से वाद-विवाद नहीं करना चाहिए, लेकिन केवल टेप में परमेश्वर की आवाज़ के अलावा और कुछ भी हमें एक नहीं कर सकता।
हमें लोगों से बहस नहीं करनी चाहिए और ना ही उन्हें यह बताना चाहिए कि उन्हें क्या करना चाहिए, या तो वे दुल्हन नहीं हैं, बस वही करें जो प्रभु आपको अगुवाई करता हैं। वे अब भी हमारे भाई-बहन हैं। हमें एक-दूसरे से प्रेम और आदर करने की आवश्यकता है।
अब, विवाद ना करे। समझे? गुस्सा गुस्से को जन्म देता है। पहली बात आप जानते है, आप पवित्र आत्मा को शोकित करके अपने से दूर कर देते हैं, आप वापस विवाद करने लगेंगे। तब पवित्र आत्मा उसके उड़ान को भरता है। गुस्सा गुस्से को जन्म देता है।
यहाँ भविष्यव्यक्ता ने जो कहा, उसके अनुसार मैं पवित्र आत्मा को कभी शोकित नहीं करना चाहता। मैं कभी विवाद नहीं करना चाहता। हम प्रेम से आपस में विचार कर सकते हैं, लेकिन विवाद नहीं। यदि मैंने जो लिखा है या कहा है, उसमें कुछ ऐसा कहा है जिससे किसी को ठेस पहुँची हो, तो कृपया मुझे क्षमा करें, मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था।
जैसा कि मैंने पहले भी व्यक्त किया है, मुझे महसूस होता है कि प्रभु ने मुझे मेरे जीवन में एक बात के लिए बुलाया है कि मैं लोगों को आज के लिए परमेश्वर की आवाज़ की ओर संकेत करूं। अन्य सेवकों के पास अलग-अलग बुलावट है और शायद वे चीज़ों को अलग दृष्टि से देखते हैं। प्रभु की स्तुति हो, वे वही कर रहे हैं जो उन्हें लगता है कि पवित्र आत्मा ने उन्हें करने के लिए अगुवाई की है। मेरी सेवकाई बस दुल्हन से कहना है, “बटन को दबाकर चलाये” और “टेप पर परमेश्वर की आवाज़ ही सबसे महत्वपूर्ण आवाज़ है जिसे आप सुन सकते हैं।” “मेरा विश्वास है कि सेवकाई को उनकी कलीसियाओं में टेप पर परमेश्वर की आवाज़ को चलाना चाहिए।”
मैं हर हफ्ते जो पत्र लिखता हूं, वे दुल्हन के उस हिस्से के लिए हैं जो खुद को महसूस करते है कि वे ब्रंहम टैबरनेकल का भाग है। मुझे पता है कि बहुत से अन्य लोग उन्हें पढ़ते हैं, लेकिन मैं केवल वही करने के लिए ज़िम्मेदार हूं जो मुझे लगता है कि हमारी कलीसिया के लिए करने के लिए अगुवाही की गयी है। हर एक कलीसिया का सर्वोच्च अधिकार है; उन्हें अवश्य ही वही करना है जो उन्हें महसूस होता है कि प्रभु उन्हें करने के लिए अगुवाही कर रहा हैं, जो 100% वचन है। मैं उनके विरुद्ध नहीं हूं, हम बस असहमत हैं। जहाँ तक मेरा और ब्रंहम टैबरनेकल का प्रश्न है, हम बस टेपों पर परमेश्वर की आवाज़ को सुनना चाहते हैं।
मैं दुनिया को हर हफ्ते हमारे साथ जुड़ने के लिए आमंत्रित करता हूं। मैं उन्हें प्रोत्साहित करता हूं कि यदि वे हमारे साथ नहीं जुड़ सकते, तो कोई भी टेप चुनें और बटन को दबाकर चलाये। वे ऐसे अभिषेकित होंगे जैसे पहले कभी नहीं हुए। इसलिए, मैं आपको इस हफ्ते रविवार को दोपहर 12:00 बजे, जेफरसनविले समय पर, हमारे साथ जुड़ने के लिए आमंत्रित करता हूं, जब हम एक साथ मिलकर सुनेंगे, 63-0630E क्या आपका जीवन सुसमाचार के योग्य है?
भाई जोसफ ब्रंहम