
प्रिय परमेश्वर की अजय सेना,
हम ही वो एक हैं जिन्हें पिता ने चुना है और जिन्हें उसका खुद का सच्चा प्रकाशन दिया है; उसकी एकमात्र सच्ची कलीसिया। वे लोग जिन्हें उसने चुना है ताकि उसके बढ़कर कामों को करे। क्योंकि उसकी आत्मा के द्वारा, हम परख सकते है और शैतान की मसीह विरोधी आत्मा का सामना कर सकते हैं। वह हमारे सामने सामर्थहीन है, क्योंकि हम उसकी अजय सेना हैं।
शैतान सारे प्रकाशन से घृणा करता है, लेकिन हम इसे प्रेम करते हैं; क्योंकि हम परमेश्वर के प्रकट वचन के प्रेमी हैं। हमारे जीवन में उसके सच्चे प्रकाशन के द्वारा, अधोलोक के फाटक हमारे विरुद्ध प्रबल नहीं हो सकते; हम शत्रु पर विजय को प्राप्त करते हैं। हर एक शैतान हमारे पैरों के नीचे है। हम उसके साथ एक हैं और वचन को बोल सकते हैं, क्योंकि हम उसके वचन हैं।
प्रभु ने हमारे लिए मेरे हृदय में इस बात को डाला है कि हम सात कलीसिया युगों का अध्यन करें और उन्हें सुनें। हममें से प्रत्येक के लिए यह लाल अक्षरों वाले सप्ताह होने जा रहे है। वह अपनी प्रबल सामर्थ के द्वारा उसके वचन को हमारे लिए प्रकट करेगा, ऐसा इससे पहले कभी भी प्रकट नहीं हुआ होगा।
अभी यही वो समय है। अभी यही वो ऋतु है। वह उसके प्रकाशन की उत्तेजना देने के द्वारा, हमें जिलाएगा, हमें उत्साहित करेगा, और यह हमारे प्राणों को प्रज्वलित कर देगा!!
यीशु मसीह का प्रकाशन एक भविष्यसूचक की पुस्तक है जिसे केवल एक विशेष वर्ग के लोग ही समझ सकते हैं जिनके पास भविष्यसूचक की पूरी पहचान है, हम, जो उसकी दुल्हन है। इसे जानने के लिए सच्चे प्रकाशन की आवश्यकता है कि आप जो पढ़ रहे हैं और परमेश्वर की आवाज़ को सुन रहे हैं यह उसके चुने हुए दूत सन्देशवाहक से आ रही है, जो हमें आलौकिक निर्देश को दे रही है।
यह यीशु मसीह का प्रकाशन है जो सारे युग के मसीही लोगों के लिए यूहन्ना को दिया गया था। इस पूरी बाईबल में एकमात्र ऐसी पुस्तक है जिसे यीशु ने स्वयं एक लेखक के समक्ष व्यक्तिगत रूप से प्रकट होकर लिखा है।
प्रकाशितवाक्य 1:1-2, “यीशु मसीह का प्रकाशन, जिसे परमेश्वर ने उसे दिया, ताकि वह अपने सेवकों को उन बातों को जिसका शीघ्र घटित होना अवश्य है; और उसने अपने दूत को अपने सेवक यूहन्ना के पास भेजकर उसका वर्णन किया: जिसने परमेश्वर के वचन, और यीशु मसीह की गवाही, और जो कुछ उसने देखा था, उसकी गवाही दी।
प्रकाशितवाक्य की पुस्तक परमेश्वर के वही विचार हैं जो स्वयं परमेश्वर के द्वारा लिखे गए हैं। लेकिन उसने अपने दूत के द्वारा अपने सेवक यूहन्ना को भेजा और उसे वर्णन किया। यूहन्ना को इसका अर्थ नहीं पता था; उसने केवल वही लिखा जो उसने देखा और सुना।
लेकिन आज, परमेश्वर ने अपने सामर्थी दूत को अपनी दुल्हन के लिए इस महान प्रकाशन को प्रकट करने के लिए धरती पर भेजा, जिससे कि हम पढ़ सकें और सुन सकें कि सारे कलीसिया युगों में किस बात ने जगह ली थी। हम उसके छोटे से झुंड को देख सकते हैं जो प्रत्येक युग में वचन के प्रति सच्चे और विश्वासयोग्य बने रहे।
परमेश्वर ने अपने दूत के जरिये से बात की और कहा कि इन अंतिम दिनों में, जब उसके सातवें कलीसिया युग का सन्देशवाहक आवाज़ देना आरंभ करेगा, तो वह परमेश्वर के रहस्यों को प्रकट करेगा जैसा कि पौलुस को प्रकट किया गया था। जो लोग उस भविष्यव्यक्ता को उसके अपने नाम में स्वीकार करते हैं, उन्हें उस भविष्यव्यक्ता की सेवकाई का लाभकारी परिणाम प्राप्त होगा।
महिमा, हम परमेश्वर की बटन को दबाकर चलाने वाली दुल्हन हैं जिसने उस भविष्यव्यक्ता को उसके अपने नाम में स्वीकार किया है, और लाभकारी परिणाम को प्राप्त कर रहे हैं। हमारा विश्वास है कि यह परमेश्वर की आवाज़ है जो अपनी दुल्हन से बोल रही है और उसका नेतृत्व कर रही है।
ओह कलीसिया, आने वाले सप्ताहों में हम जो पढ़ने और सुनने जा रहे हैं। उसके लिए, हम उसके शुद्ध सोने के समान हैं। जो वो है, हम वही हैं। हम उसकी सच्ची दाखलता हैं। हमने विजय को पाया है। हम सिद्ध, स्थापित, मजबूत बनाए गए हैं। उसके चुने हुए प्रेम के द्वारा चुने गए हैं। डरने की कोई बात नहीं है। हम वह झुण्ड हैं जिसने संदेशवाहक और उसके संदेश को सुना और उसे ग्रहण किया और उसे जिया है।
हर एक सप्ताह हम कहेंगे, “क्या हमारा हृदय हमारे भीतर ही भीतर नहीं जल रहा है जब वह बोल रहा है और मार्ग में हमें अपने वचन को प्रकट करता है”।
यदि आप उसकी पवित्र आत्मा के अभिषेक को महसूस करना चाहते हैं, परमेश्वर के वचन का और अधिक प्रकाशन को पाना चाहते हैं, और पुत्र की उपस्थिति में बैठकर और परिपक्व होना चाहते हैं, और विश्वास में रैपचर को पाना चाहते हैं, तो रविवार को दोपहर 12:00 बजे, जेफरसनविले समयनुसार हमारे साथ आकर जुड़ें, जब हम अपने महान अध्ययन को आरंभ करते हैं: यीशु मसीह का प्रकाशन 60-1204M।
भाई जोसफ ब्रंहम
मैं आपको कलीसिया युग की पुस्तक से प्रत्येक सप्ताह सुनने या पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना चाहूंगा, वो अध्याय जिसे हमने प्रत्येक रविवार को सुना है।