
प्रिय बहुमूल्य मित्रों,
मेरे प्रिय, मेरे सुसमाचार के प्यारो, परमेश्वर के निमित मेरे जन्मे बच्चो।
हमारे प्रभु के साथ हमारा सप्ताहांत क्या ही अद्भुत रहा। यह किसी और चीज़ की तरह नहीं था, केवल उसके साथ समय को बिताना, उससे बात करना, उसकी आवाज़ को सुनना, उसकी आराधना करना, उसका धन्यवाद करना और उसे बताना कि हम उससे कितना प्रेम करते हैं।
इस दिन में जीना और वचन के पुरे होने का भाग बनना कितने सम्मान की बात है। हमारे ह्दय में जो कुछ भी है भला नश्वर शब्द उसे कैसे व्यक्त कर सकते हैं? जैसा कि भविष्यव्यक्ता ने कहा, यह मैं नहीं हूँ, बस मेरे अंदर कुछ तो गहराई में है, जो मेरे अंदर से जोर दे रहा है और उत्साह से बुदबुदाते हुए निकल रहा है; पवित्र आत्मा का एक उमड़ता हुआ कुआँ। यह दुल्हन है जो खुद को दूल्हे के लिए तैयार कर रही है।
एक दुल्हन अपने विवाह से ठीक पहले कितनी उत्साहित होती है। आखिरी कुछ सेकंड बीतने के समय उसका ह्रदय बहुत तेज़ी से धड़कने लगता है...उसे पता चलता है कि आखिरकार समय आ पहुंचा है। “मैंने खुद को तैयार कर लिया है। वह मेरे लिए आ रहा है। अब हम एक होंगे।“
हम वास्तव में समय के अंतिम समापन के क्षणों में जी रहे हैं। दुल्हन का जल्द ही रैपचर किया जाएगा और हमारे हनीमून भोज के लिए बुलाया जाएगा। वह हमें नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है। अब कोई प्रश्न नहीं है; अब कोई सोच-विचार करना नहीं है; हम दुल्हन हैं।
और उसने अभी भी समाप्त नहीं किया है। वह अभी भी अपनी प्रिय चुनी हुई दुल्हन को आशीष देना चाहता है और प्रोत्साहित करना चाहता है। उसे दुल्हन को प्रोत्साहित करना और उसे बताना कितना पसंद है कि वह उससे कितना प्रेम करता है। उसे उसके विषय में कितना गर्व है।
उसके पास उसे देने के लिए अब भी एक और बहुत ही विशेष प्रकाशन है। जब दुनिया में टेप चलाने से इनकार करने वाली बहुत सी आवाज़ें हैं, तो वह एक बार फिर से दुल्हन को आश्वस्त करना चाहता है कि वे उसके सिद्ध इच्छा और उसके द्वारा प्रदान किए गए मार्ग में हैं।
उसकी योजना को हमेशा ही अस्वीकार किया गया है। उसकी दुल्हन को हमेशा सताया गया है। लोग हमेशा ही अपने तरीके को, अपने विचार को चाहते हैं। वे चाहते हैं कि उनका नेतृत्व करने के लिए कोई अलग ही अगुवा हो। लेकिन परमेश्वर ने अपनी दुल्हन का नेतृत्व करने के लिए एक अगुवा को भेजा, वो स्वयं, पवित्र आत्मा, और इस दिन का पवित्र आत्मा, सभी अन्य दिनों की तरह, वो भविष्यव्यक्ता होता है।
वे हमेशा चाहते थे कि मनुष्य उनका नेतृत्व करें। शमूएल के दिनों में, परमेश्वर ने कहा कि वे शमूएल को उनका नेतृत्व नहीं करने देना चाहते थे, इसलिए वे उसे अस्वीकार कर रहे थे। यह विचित्र सा दिखाई दे रहा था क्योंकि शमूएल भी एक मनुष्य था, लेकिन अंतर यह था कि शमूएल ही वह मनुष्य था जिसे परमेश्वर ने उनका नेतृत्व करने के लिए चुना था। यह शमूएल नहीं था, यह तो परमेश्वर था जो शमूएल का उपयोग करने वाला था। वह परमेश्वर की चुनी हुई आवाज़ था और उनका नेतृत्व करने वाला मनुष्य था, लेकिन वे दूसरी आवाजों को चाहते थे।
शाऊल जानता था कि लोग शमूएल से डरते हैं, इसलिए उसे घोषणा करनी पड़ी, “शाऊल और शमूएल”। उसे लोगों को डराना था जिससे कि वे उसका अनुसरण करे। सचमुच, उसे बुलाया गया था। सचमुच, शमूएल ने उसे उनका राजा बनने के लिए अभिषिक्त किया था, लेकिन परमेश्वर के पास अभी भी प्रदान किया गया एक मार्ग था, और उसने उनका नेतृत्व करने के लिए, यहाँ तक कि शाऊल का नेतृत्व करने के लिए भी भविष्यव्यक्ता को चुना था। परमेश्वर ने अपने भविष्यद्वक्ता से बात की और शाऊल को बताया कि उसे क्या करना है। जब शाऊल ने निर्णय लिया कि वह भी अभिषिक्त है, और वह केवल भविष्यद्वक्ता को ही सुनना नहीं चाहता था, तो परमेश्वर ने उसके राज्य को छीन लिया।
तो उसके बाद जब उन्होंने ऐसा किया, जब बड़ी हार आई, तब शाऊल ने दो बड़े बैल को काटकर और उन्हें सभी लोगों के पास भेज दिया। और मैं चाहता हूँ कि आप यहाँ ध्यान दें, जब शाऊल ने बैल के टुकड़े पूरे इस्राएल को भेजे, और कहा, “जो कोई शमूएल और शाऊल का अनुसरण नहीं करेगा, उसे इस बैल के जैसा ही होना है।” क्या आप देखते हैं कि उसने अपने आप को परमेश्वर के मनुष्य के साथ कितने धोखे से भरे तरीके से प्रतिनिधित्व करने की कोशिश की? यह क्या-क्या ही गैर-मसीहत बात थी! लोगों को डर शमूएल के वजह से था। लेकिन शाऊल ने उन सभी को अपने पीछे चलने के लिए कहा क्योंकि लोग शमूएल से डरते थे। “वे शमूएल और शाऊल के पीछे आये।”
एक दिन शाऊल बहुत ही परेशानी में था। उसे परमेश्वर से कोई उत्तर नहीं मिल रहा था। उसे आश्वासन नहीं मिल रहा था। वह उत्तर को चाहता था। वह जानता था कि उसे जो उत्तर चाहिए था, उसे पाने के लिए उसे कहाँ जाना है; केवल एक ही जगह थी, परमेश्वर का भविष्यवक्ता, शमूएल। वह जा चूका था, लेकिन वह अब भी परमेश्वर की आवाज़ था, यहाँ तक कि स्वर्ग में भी।
पिता ने चाहा कि उसकी दुल्हन को जान जाये कि इस अंतिम दिन में उसकी दुल्हन का नेतृत्व करने के लिए उसने किसे चुना है, इसलिए उसने अपने शक्तिशाली दूत को समय के पर्दे के उस पार ले जाकर एक बार फिर से हमें बताया, हमें आश्वासन देता है, और हमें प्रोत्साहित करता है कि हम उसकी सिद्ध और प्रदान की गई इच्छा में हैं।
भविष्यवक्ता जो कुछ भी कह रहा हैं, उसे बहुत ही ध्यानपूर्वक सुनें।
अब, मैं नहीं चाहता कि आप इसे दोहराएँ। यह मेरी कलीसिया , या मेरी भेड़ों के सामने है, जिनके लिए मैं पास्टर का काम कर रहा हूँ।
इससे पहले कि वह हमें कुछ भी बताये, वह सबसे पहले हमें यह बताना चाहता है कि यह केवल हमारे लिए है, उसकी कलीसिया के लिए, उसकी भेड़ों के लिए, वे लोग जिसका वह पास्टर हैं। इसी प्रकार, यदि आप यह नहीं कह सकते हैं, “भाई ब्रंहम हमारे पास्टर हैं,” मैंने पहले भी कहा है, लेकिन आगे पढ़ने की कोई आवश्यकता नहीं है, यह आपके लिए नहीं है, साथ ही यहाँ तक वह नहीं चाहता था कि हम इसे किसी और के सामने नही दोहराये, लेकिन केवल उन्ही लोगों के सामने दोहराये जो विश्वास करते हैं और कहते हैं, “भाई ब्रंहम मेरे पास्टर हैं”।
ठीक यहीं पर हमारे उस प्रश्न का उत्तर है जिसके लिए हमें इतनी आलोचना मिलती है: “भाई ब्रंहम हमारे पास्टर हैं।“ (यही वे टेप वाले लोग हैं।) वे सही बोलते हैं, वो हैं, और हम हैं।
कृपया मुझसे परेशान न होंना, मैं ये बातें किसी को परेशान करने के लिए नहीं कह रहा हूँ, ऐसा करना गलत होगा, लेकिन यही है जो वो दुल्हन से कह रहा है। मैं इस पर अपना अनुवाद नहीं दे रहा हूँ, वह इसे स्पष्ट रूप से कह रहा है... परमेश्वर के वचन को किसी अनुवाद की आवश्यकता नहीं है।
क्या ऐसा था, मैं इस शरीर में था या बाहर था, क्या यह एक रूपांतरण था, यह किसी भी दर्शन जैसा नहीं था जो मैंने अब तक देखे थे।
अब वह हमें बताता है कि यह किसी भी दर्शन जैसा नहीं था जो उसने अब तक देखे थे। वह ऐसी जगह चला गया जहाँ वह पहले कभी नहीं गया था। यह उसके द्वारा देखे गए किसी भी दर्शन से भी बढ़कर था। वह सपना नहीं देख रहा था, उसने अपने शरीर को बिस्तर पर देखा; वह वहाँ पर था।
यीशु मसीह की दुल्हन, इस बात को वास्तव में अच्छी तरह अंदर जाने दे। यह उस ओर, यीशु मसीह की दुल्हन थी, वर्तमान काल में, जो उसके पास दौड़ती हुई आई, चिल्लाती हुई और उसे पकड़ लिया, उनकी बांहों को उसके चारों ओर डाल दिया और कहा, “ओह, हमारा प्रिय भाई!”
वह वहाँ पर था; वो इसे महसूस कर सकता था; वह उन्हें सुन सकता था। वे उससे बात कर रहे थे। वह रुक गया, और देखा, वह जवान था। उसने अपने वहां पड़े हुए बूढ़े शरीर की ओर देखा जो उसके सिर के पीछे अपने हाथों को रखे हुए था।
अब हमने इस बात को स्थापित किया है कि वह वहाँ पर था, और वहां ये यीशु मसीह की दुल्हन थी जिसे वह देख रहा था। अब आइए सुनें कि ऊपर से एक आवाज़ उससे क्या कह रही थी।
और फिर वह आवाज़ जो बोल रही थी, मेरे ऊपर से, बोली, “तुम जानते हो, बाइबल में लिखा हुआ है कि वे भविष्यवक्ता अपने लोगों के साथ इकट्ठे हुए थे।”
परमेश्वर न केवल अपने भविष्यवक्ता को दिखा रहा था और प्रोत्साहित कर रहा था, लेकिन इसमें और भी बहुत कुछ था। वह वापस आकर हमें न केवल यह बताएगा कि हम कहाँ जा रहे हैं और यह कैसा होगा, लेकिन हमें बताएगा कि हम चालू करने के बटन को दबाकर उसकी सिद्ध इच्छा में हैं और इसी तरह आप पहुंचते है जहाँ दुल्हन हैं।
भाई ब्रंहम ने कहा कि उसे यीशु को देखने की बहुत ही अधिक इच्छा थी। लेकिन उसने उससे कहा:
“अब, वह बस थोड़ा सा ऊपर है, ठीक उसी तरह।” कहा, “किसी दिन वह तुम्हारे पास आएगा।”
वे उसे बताने लगे कि वह कौन था ।
“तुम्हें एक अगुवे के रूप में भेजा गया था। और परमेश्वर आएगा। और जब वह आएगा, जो तुमने उन्हें सिखाया है उसके अनुसार वह तुम्हारा न्याय करेगा, सबसे पहले, चाहे वे अंदर जाये या नहीं जाये। हम तुम्हारी शिक्षा के अनुसार अंदर जायेंगे।”
अगुवे के रूप में किसे भेजा गया था? हमारा न्याय उसके अनुसार किया जाएगा कि हमें किसने सिखाया? हम किसकी शिक्षा के अनुसार स्वर्ग में प्रवेश करेंगे?
कोई एक कह सकता है, मैं अपने लोगों को वही सिखाता हूँ जो भाई ब्रंहम ने कहा था...आमीन, आपको करना चाहिए और मैं विश्वास करता हूं कि कुछ लोग ऐसा करते हैं, लेकिन इस बात को “भाई ब्रंहम और मैं” ऐसा मत बनाओ।
आइए आगे पढ़ें जैसा कि वह इसे सुनिश्चित करना चाहता है कि हम और अधिक स्पष्ट रूप से समझें।
और वे लोग चिल्लाए, और कहा, “हम यह जानते हैं। और हम जानते हैं कि हम आपके साथ, किसी दिन, वापस धरती पर जा रहे हैं।” कहा, “यीशु आएगा, और तुम्हारा उस वचन के अनुसार न्याय किया जाएगा जो आपने हमें प्रचार किया है।
हमारा न्याय उस वचन के अनुसार किया जाएगा जो उसने हमें प्रचार किया है। इसी प्रकार, न्याय टेप पर परमेश्वर की आवाज़ के द्वारा कही गई बातों से आता है। कोई भला कैसे कह सकता है कि टेप पर आवाज़ सबसे महत्वपूर्ण आवाज़ नहीं है जिसे आप सुन सकते हैं?
“और फिर यदि तुम उस समय स्वीकार किए जाते हो, जो तुम्हे किया जायेगा,”
क्या आप तैयार हो। यह इस बात पर कील ठोक देगा कि यीशु मसीह की दुल्हन के लिए प्रभु की सिद्ध इच्छा क्या है। दुल्हन भविष्यवक्ता को बता रही है कि वह क्या करेगा। कोई और नहीं। ना ही कोई झुण्ड। ना ही कोई दूसरा पास्टर, परमेश्वर का भविष्यवक्ता, विलियम मेरियन ब्रंहम।
“ फिर आप हमें अपनी सेवकाई के विजय चिन्ह के रूप में उसके सामने पेश करोगे।”
कौन हमें प्रभु यीशु के सामने पेश करेगा?
क्या केवल भविष्यवक्ता को सुनने के दिन खत्म हो गए हैं?
भाई ब्रंहम ने कभी भी टेप चलाने के लिए नहीं कहा?
दुल्हन चिल्ला रही है और कह रही है कि यदि आप दुल्हन बनना चाहते हो तो बेहतर होगा कि आप टेप का बटन दबाकर चलाओ।
अभी भी आश्वस्त नहीं हो? खैर, वहां और भी बहुत कुछ है।
कहा,“आप हमें उसके पास ले जाओगे, और, हम सब मिलकर, हम धरती पर वापस चले जायेंगे ताकि हमेशा के लिए जीये।”
हमें उसके पास कौन ले जाएगा? दुल्हन की अगुवाई कौन कर रहा है? दुल्हन उससे कह रही है कि वह दुल्हन को उसकी ओर अगुवाई करेगा, उसके बाद हम धरती पर वापस चले जायेंगे ताकि हमेशा के लिए जीये।
यदि आप में कोई प्रकाशन भी है। यदि आप दावा करते हैं कि आप इस संदेश पर विश्वास करते हैं, तो मैं प्रार्थना करता हूँ कि परमेश्वर आपको प्रकट करे कि आपको अवश्य ही उसकी आवाज़ को, टेप को, सबसे पहले रखना चाहिए।
पास्टर, अपने भविष्यव्यक्ता को अपने पुलपीट पर वापस लाये। टेप सबसे महत्वपूर्ण आवाज़ है जिसे आपको सुनना अवश्य है क्योंकि आपका उसी आवाज़ के द्वारा न्याय किया जाएगा।
वचन के अनुसार, हम टेप पर परमेश्वर की आवाज़ सुनने के द्वारा हमारे दिन की उसकी सिद्ध और प्रदान की गई इच्छा में हैं।
यदि परमेश्वर ने अपने वचन के सच्चे प्रकाशन के लिए आपकी आँखें खोली हैं, तो मैं आपको रविवार को दोपहर 12:00 बजे, जेफरसनविले समय पर हमारे साथ जुड़ने के लिए आमंत्रित करता हूँ, जब हम 60-0515M अस्वीकृत राजा सुनते है।
भाई जोसफ ब्रंहम