
प्रिय उज्जवलित दुल्हन,
प्रभु हमें किस तरह से प्रकट कर रहा हैं कि सभी युगों में हमेशा ही एक बहुत छोटा झुण्ड रहा है जो उसके वचन के साथ बना रहा है। वे शत्रु के भरमाये जाने के जाल में नहीं फंसे, लेकिन उनके समय के लिए वचन के प्रति सच्चे और विश्वासयोग्य बने रहे।
लेकिन ऐसा समय कभी भी नहीं हुआ, या ना ही लोगों का कोई ऐसा झुण्ड था, जिसके विषय में प्रभु को हमसे ज़्यादा गर्व किया हो, या जिस पर उसने ज़्यादा भरोसा किया हो। हम उसकी चुनी हुई महिला दुल्हन हैं जो ना ही होगी, और इससे भी ज़्यादा महत्वपूर्ण बात यह है कि भरमाई नहीं जा सकतीं; क्योंकि हम चरवाहे की आवाज़ को सुनते हैं और उसके पीछे-पीछे चलते हैं।
वे हमें दिखा रहा हैं कि सारे युगों में से होते हुए लोगों के दो झुण्ड रहे हैं, दोनों ही परमेश्वर से अपने प्रकाशन और परमेश्वर के साथ अपने संबंध का दावा करते है। लेकिन उसने हमें बताया, प्रभु उन्हें जानता हैं जो उसके हैं। वो हमारे विचारों पर नजर रखता हैं। वो जानता हैं कि हमारे ह्रदय में क्या है। वो भविष्यव्यक्ता के साथ और उसके वचन के साथ बने रहने के द्वारा हमारे कामों को देखता हैं, जो हमारे भीतर क्या है, इसका एक निश्चित प्रगटीकरण है । हमारे इरादे, हमारे उद्देश्य उसे ज्ञात हैं क्योंकि वो हमारी हर प्रतिक्रिया को देखता हैं।
वह हमें बताता है कि उसने प्रत्येक युग में जो प्रतिज्ञाये की हैं, वे हमारी हैं। वह हमें देखता है कौन अंत तक उसके कामों को ईमानदारी से करता रहता है। उसने हमें राष्ट्रों पर अधिकार दिया है। वह हमें बताता है कि हम मजबूत, सक्षम, न झुकने वाला शासक हैं जो किसी भी स्थिति का बहुत ही ताकत से सामना कर सकते हैं । आवश्यकता पड़ने पर सबसे हताश दुश्मन को भी तोड़ दिया जाएगा। उसके सामर्थ के द्वारा शासन का हमारा प्रदर्शन उसी पुत्र के समान होगा। महिमा!!
हमने हमारे जीवन में परमेश्वर की गहराई का अनुभव किया है। यह हमारे भीतर वास करने वाले परमेश्वर की आत्मा का व्यक्तिगत अनुभव है। हमारे मन उसके वचन के जरिये से परमेश्वर की बुद्धि और ज्ञान के द्वारा उज्जवलित होते हैं।
जहाँ भी दूल्हा होता है, हम वहाँ जाते हैं। हम कभी भी उसके द्वारा छोड़े नहीं जायेंगे। हम कभी भी उसका साथ नहीं छोड़ेंगे। हम उसके साथ सिंहासन को साझा करेंगे। हमें उसकी महिमा और सम्मान का ताज पहनाया जाएगा।
उसने हम पर प्रकट किया है कि प्रत्येक युग में शत्रु कितना भरमाता रहा है और उसके मूल वचन के साथ बने रहना कितना महत्वपूर्ण है। एक भी वचन को बदला नहीं जा सकता। प्रत्येक युग ने मूल वचन में अपना अनुवाद करते हुए उसमें कुछ जोड़ा और कुछ घटाया है; और ऐसा करने के द्वारा वे हमेशा के लिए नाश हो गए।
थूआतीरा कलीसिया युग में, उस भरमाने वाली आत्मा ने रोम के पोप के जरिये से बात की और उसके वचन को बदल दिया। उसने उसे “परमेश्वर और एक मनुष्य के बीच एक मध्यस्थ करने वाला” बनाया (ना ही बहुत से मनुष्य)। इसलिए अब मध्यस्थता और मनुष्यों के बीच मध्यस्थता के काम को करता है। इस प्रकार से, परमेश्वर की पूरी योजना बदल गयी; ना ही एक शब्द को बदलने के द्वारा, लेकिन एक अक्षर को बदलने के द्वारा। शैतान ने “ई” को “ए” में बदल दिया था।
प्रत्येक वचन का न्याय टेप पर बोले गए उसके मूल वचन से होगा। इसलिए, उसकी दुल्हन को अवश्य ही टेप के साथ बने रहना चाहिए। जबकि शत्रु लोगों को एक अलग योजना, एक अलग विचार, एक अलग अक्षर को देने के द्वारा निराश करने की कोशिश करता है, दुल्हन मूल वचन के साथ बनी रहेगी।
प्रत्येक युग में यीशु उस युग के संदेशवाहक के साथ खुद की पहचान को देता है। वे उससे अपने युग के लिए वचन पर प्रकाशन को पाते हैं। यह वचन का प्रकाशन परमेश्वर के चुने हुए लोगों को संसार से बाहर निकालता है और यीशु मसीह के साथ पूर्ण एकता में लाता है।
उसने बहुत से लोगों को कलीसिया के लिए आशीष बनने के लिए बुलाया है और नियुक्त किया है, लेकिन उसके पास केवल एक ही संदेशवाहक होता है जिसे उसने अपनी पवित्र आत्मा के द्वारा अपनी कलीसिया का नेतृत्व करने के लिए बुलाया है। वहां यहोवा यों कहता है के साथ एक ही आवाज़ है। एक ही आवाज़ है जिसके द्वारा उसने कहा कि वह हमारा न्याय करेगा। एक ही आवाज़ है जिस पर उसकी दुल्हन अपने अनंत मंजिल को रख रही है। वो आवाज़ टेप पर परमेश्वर की आवाज़ है।
दुल्हन, हमारे लिए परमेश्वर की जो इच्छा है वो है सिद्धता, और उसकी दृष्टि में, हम सिद्ध हैं। और वह सिद्धता धीरज है, परमेश्वर पर प्रतीक्षा करना... और परमेश्वर की प्रतीक्षा करना । वह हमें बताता है कि यह हमारे चरित्र के विकास की प्रक्रिया है। हमारे पास हो सकता है कई परिक्षाये, परखना और क्लेश हो, लेकिन उसके वचन के प्रति आपका विश्वासयोग्य होना हमारे अंदर धीरज के काम को करता है जिससे कि हम सिद्ध और संपूर्ण हो सकें, जिसमें कुछ भी कमी न रहे।
हम कभी नहीं भूलेंगे कि विश्वास सुनने जे द्वारा आता है, वचन के सुनने से आता है, और वचन भविष्यद्वक्ता के पास आता है।
आकर और अपने जीवन के सबसे बड़े आनंद का अनुभव करें जब आप हमारे साथ स्वर्गीय स्थानों पर बैठते हैं, जब हम परमेश्वर की आवाज़ को सुनते हैं जो हमारे लिए वचन को लाती है: थूआतीरा कलीसिया युग 60-1208, दोपहर 12:00 बजे, जेफरसनविले समय पर।
भाई जोसफ ब्रंहम