रविवार
05 मई 2024
64-0823E
प्रश्‍न और उत्तर #2

प्रिय सिद्ध वचन दुल्हन,

हम बस प्रभु के आगमन के लिए रुके हुए हैं। हमारे दीयों को ठीक-ठाक रखते हुए, तेल से भरकर, दिन और रात प्रकट वचन सुन रहे है। हर घंटे प्रार्थना करते हुए; ना ही हर दिन, हर घंटे। हम बस हर एक वचन पर बने रहने के द्वारा और विश्वास करते हुए अपने आप को तैयार रख रहे है।

हम हर घडी यह देख रहे हैं कि जो लोग धरती की मिट्टी में सो रहे हैं, उन्हें सबसे पहले जगाया जाए। पल भर में, हम उन्हें देखेंगे; पिता, माता, पति, पत्नियाँ, भाई और बहनें। वे वहाँ पर हैं, ठीक हमारे सामने खड़े हैं। हमें उसी क्षण पता चल जाएगा, हम आ पहुंचे हैं, समय आ चूका है। रैपचर का विश्वास हमारे प्राण,मन और शरीर को भर देगा। तब ये नाशवान शरीर प्रभु के रैपचर के अनुग्रह में अविनाशी को पहन लेंगा।

और फिर हम एक साथ एकत्र होना आरम्भ करेंगे। हम जो जीवित हैं और बचे हुए है, बदल जायेंगे। ये नाश्मान शरीर मृत्यु को नहीं देखेंगे। अचानक , हमारे ऊपर एक घुमाव सा आ जाएगा…हम बदल दिए जाएंगे। एक बूढ़े पुरुष से एक जवान पुरुष, एक बूढ़ी स्त्री से एक जवान स्त्री में।

कुछ समय बाद, हम एक विचार की तरह यात्रा करेंगे उन लोगों के साथ जिनका पहले ही पुनरुत्थान हो चुका हैं। फिर… महिमा… हम प्रभु से मिलने के लिए उनके साथ हवा में उठाये जायेंगे।

हमारे लिए क्या ही वो समय आ रहा है। शत्रु हमें परास्त करके गिराने की, उदास करने की और निराश करने की कोशिश करता है, लेकिन परमेश्वर की महिमा हो, वह ऐसा नहीं कर सकता। इसका प्रकाशनहमारे पास है कि वो कौन है; वो एक जिसे उसने हमें बुलाने के लिये भेजा; हम कौन हैं, यह नहीं कि हम कौन होंगे, हम कौन हैं। अब यह हमारे प्राण, मन और आत्मा में लंगर किया हुआ है, और ऐसा कुछ भी नहीं है जो इसे हमसे छीन सके। हम कैसे जानते हैं? परमेश्वर ने ऐसा कहा!

यह हमारा घर नहीं है, यह सब तेरा है, शैतान, तू इसे ले सकता है। हम इसका कोई भाग नहीं चाहते और हमें इसकी अब और आवश्यकता भी नहीं है। हमारे पास एक भविष्य का घर है जो हमारे लिए बनाया गया है। और वैसे भी, शैतान, हमें सूचना मिल गई है, यह तैयार है । निर्माण पूरा हो गया है। सारे अंतिम कार्य अपने स्थान पर हैं। और मेरे पास आपके लिए कुछ और खबर हैं, बहुत ही जल्द, वह हमें लेने के लिए आ रहा है जिससे कि हमारे पास उसके साथ 1000 वर्ष का बिना रूकावट हनीमून हो सकें, और आपको निमंत्रण नहीं किया गया है, और आप वहां पर नहीं होंगे।

हर बार जब हम बटन को दबाकर चलाते हैं तो यह संदेश हमारे सामने क्या ही महिमामय बातें प्रकट करता है। परमेश्वर स्वयं नीचे उतर आया, और मनुष्य होठों में से होकर बोला ताकि वह हमें ये सारी बातें बता सकें। उसने हमें चुना और हमें स्वयं का सच्चा और सम्पूर्ण प्रकाशन दिया।

वह देहधारी वचन था, ना ही मूसा के दिन का वचन, मूसा उस दिन का वचन था; ना ही नूह के दिनों का वचन, नूह उस दिन का वचन था; ना ही वह दिन… एलिय्याह के दिन का वचन, एलिय्याह उस दिन का वचन था; लेकिन वह वर्तमान काल का वचन था, और वे पीछे रह रहे थे।

क्या आप तैयार हैं?…यहाँ यह आता है। यह एक दोहरी बंदूक की नली है और पूरी भरी हुई है, और हम इसे बहुत पसंद करते हैं!!

उसी चीज को दोहराती है! यह पवित्र आत्मा का प्रमाण है, जब परमेश्वर आपके लिए प्रकट करता हैं और आप इसे देखते हैं, यहोवा यों कहता हैं और इसे स्वीकार करे। ना ही कि आप क्या हैं, आप क्या थे, या ना ही इसके बारे में कुछ, यह वह है जो परमेश्वर ने अब आपके लिए किया है। वहाँ वो प्रमाण है।

हाल्लेलुय्या, उसने कील को ठोंक दिया। अब आइए उसे इसे कसते हुए सुनें।

उसने हमें पवित्र आत्मा का प्रमाण दिया, यूहन्ना 14। उसने कहा, “मुझे तुमसे बहुत सी बातें कहनी हैं। मेरे पास ऐसा करने का समय नहीं है, लेकिन जब पवित्र आत्मा आयेगा, तो वह तुम्हें बताएगा, उन बातों को स्मरण करवाएगा जो बातें मैं ने तुम से कही थीं, और जो बातें होने वाली हैं उन्हें भी तुम्हें दिखायेगा।” क्या आप नहीं देखते? वहाँ वो प्रमाण है। इसे भविष्यवाणी करना… और लिखित वचन का दिव्य अनुवाद करना है। अब, क्या यह भविष्यवक्ता का प्रमाण नहीं है?

पवित्र आत्मा हर एक युग का भविष्यव्यक्ता है। वह हमारे युग का भविष्यव्यक्ता हैं। वचन केवल उस भविष्यवक्ता के पास ही आता है। यह परमेश्वर बोल रहा है और अपने भविष्यवक्ता के जरिये से स्वयं को प्रकट कर रहा है। वह आज का वचन है। यह सन्देश,को टेप पर है, दिव्य प्रमाणित होने के साथ, वचन का सिद्ध अनुवाद है।

"जब वो सर्वसिद्ध आता है, तो जो अधुरा है वह समाप्त हो जाएगा।” इसलिए यह सारी चीजे एक बच्चे की तरह ऊपर-नीचे कूदना, अन्य भाषाओं में बात करने की कोशिश करना, और ये सभी अन्य चीजें, जब वह सर्वसिद्ध… और आज हमारे पास परमेश्वर की सहायता से, दिव्य प्रमाणित होने के साथ वचन का सिद्ध अनुवाद है! फिर जो अधुरा है वह समाप्त हो जाता है। “जब मैं बालक था,तो मैं बालक की तरह बोलता था, मैं बालको की तरह समझ थी; लेकिन जब मैं सियाना बन जाता हूँ, तो बचकानी बातें जाती रही।” आमीन!

वो जो सिद्ध है वह आया है; जो वचन का सिद्ध अनुवाद है। बटन को दबाकर चलाये। बस यही सब है जो उसकी दुल्हन को आवश्यकता है, और वह यही चाहती है।

आइए और इस रविवार दोपहर 12:00 बजे, जेफरसनविले समय पर हमारे साथ बटन को दबाकर चलाये, और दिव्य प्रमाणित होने के साथ एक सिद्ध अनुवाद के साथ सिद्ध वचन को सुनें, जब हम सुनते हैं:

प्रश्न और उत्तर #2 64-0823E

भाई जोसफ ब्रंहम